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अमरावती में किसानों को ऊंचे दामों पर बीज बेचना बंद करें, वरना करेंगे आंदोलन...UBT सेना ने दी चेतावनी

अमरावती में किसानों को ऊंचे दामों पर बीज बेचना बंद करें, वरना करेंगे आंदोलन...UBT सेना ने दी चेतावनी

महाराष्ट्र के अमरावती में UBT (उद्धव बाला साहब ठाकरे) शिवसेना के युवा सेना ने आंदोलन करते हुए कहा कि किसानों के लिए बुवाई का मौसम आ गया है. लेकिन, किसानों को सही दाम में और समय पर कपास के बीज नहीं मिल रहे हैं, जिससे किसानों को परेशानी हो रही है.

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किसानों को ऊंचे दामों पर मिल रहा है बीज किसानों को ऊंचे दामों पर मिल रहा है बीज

महाराष्ट्र के अमरावती में UBT (उद्धव बाला साहब ठाकरे) के युवा सेना ने आंदोलन करते हुए कहा कि किसानों के लिए बुवाई का मौसम आ गया है. इसी बीच युवा सेना के पदाधिकारियों ने जिला कृषि अधीक्षक के कार्यालय पर आंदोलन करते हुए जिला आरोप लगाया कि कृषि सेवा केंद्र के संचालक द्वारा खाद-बीज की कालाबाजारी की जा रही है और किसानों को परेशान किया जा रहा है. साथ ही धोखा भी दिया जा रहा है. जिले में अधिक मांग वाले खाद-बीज उपलब्ध हैं, लेकिन कृषि सेवा केंद्र द्वारा इन्हें किसानों को बेचा नहीं जा रहा है, बल्कि उसकी कालाबाजारी की जा रही है.

साथ ही कृषि सेवा केंद्र में बोर्ड पर नियमित रूप से बीज और उर्वरक का स्टॉक नहीं लिखा रहता है. इसलिए, कपास और अन्य बीज और उर्वरक, जिनकी किसानों द्वारा अधिक मांग है, कृषि सेवा केंद्र से ऊंचे दामों पर बेचे जा रहे हैं.

कृषि अधिकारियों को चेतावनी

ये बीज कृषि सेवा केंद्र के बाहर दलालों के माध्यम से अधिक पैसे लेकर किसानों को बेचे जा रहे हैं. इस समय युवा सेना के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कृषि सेवा केंद्र के निदेशक से मिले हुए हैं और कृषि विभाग के सहयोगियों द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है. युवा सेना के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जिले में बीज, खाद की कालाबाजारी या जमाखोरी पाई गई तो वे कृषि अधिकारियों, कृषि निदेशक को सड़क पर उनकी बारात निकालेंगे. साथ ही किसी भी कृषि अधिकारी को कुर्सी पर नहीं बैठने देंगे और राज्य कृषि मंत्री धनंजय मुंडे को जिले में पैर नहीं रखने देंगे.

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किसानों को हो रही है दिक्कत

दरअसल, यह मामला अमरावती जिले तक सीमित नहीं बल्कि, आसपास के जिलों में भी कपास की बीजों की कमी की वजह से कालाबाजारी सामने आ रही है, लेकिन विदर्भ का किसान उसे लेने के लिए घंटो-घंटो तक लाइन में लगकर बीजों को औने पौने दामों पर खरीद कर अपनी खरीफ की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं. वहीं, अकोला में भी बीजों की कमी के वजह से किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों को बीजों के लिए कृषि केंद्र संचालकों के दुकानों पर घंटो-घंटो तक कतार लगाकर अपनी जरूरत पूरी करने में मशक्कत करनी पड़ रही है. वहीं, कई जगह कपास के पसंदीदा बीज प्राप्त करने के लिए किसानों को तड़के सुबह ही दुकानों के सामने आकर कतार लगानी पड़ रही है.

बीजों की चल रही है शॉर्टेज

वहीं, किसानों का आरोप है कि प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. कई जगह कतार में नंबर के लिए हाथापाई हो रही है, लेकिन प्रशासन और कृषि विभाग का कहना है कि कपास के एक ही कंपनी के बीजों की डिमांड अधिक होने से उसका शॉर्टेज चल रहा है, तो दूसरी ओर खुले में किसानों को अधिक दामों पर यह बीज मिल रहे हैं. उसी पर हमारा ध्यान लगा हुआ है. ऐसा कुछ है तो किसान हमारे पास शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. ऐसे ही पिछले दिनों अधिक दामों पर बेचने वालों पर कृषि अधिकारी के दस्ते कार्रवाई भी की है, राज्य में ये हाल देखकर विपक्ष में रही उद्धव ठाकरे की शिवसेना कृषि अधिकारियों पर और कृषि मंत्री पर आक्रामक दिखाई दे रही है.