बीजों में होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से साल 2023 में एक अनूठी पहल की शुरुआत की गई थी. कृषि मंत्रालय की तरफ से साथी पोर्टल को लॉन्च किया गया था. सरकार ने एक मोबाइल एप भी इसके साथ ही लॉन्च की थी. सरकार का मकसद इसके जरिये किसानों को उस धोखाधड़ी से बचाना है जो बीजों के नाम पर उनके साथ की जा रही है. भारत सरकार की तरफ से कहा गया था कि कई योजनाओं और कार्यक्रमों के जरिये कृषि क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों को दूर करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. SATHI पोर्टल इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. कृषि मंत्रालय की मानें तो जब इसका प्रयोग जमीनी स्तर तक होने लगेगा तो यह कृषि के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा.
आइए आपको बताते हैं कि किसान कैसे SATHI पोर्टल पर बीज लाइसेंस हासिल कर सकते हैं.
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बीज लाइसेंस लेने के लिए आपको डीलर पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान प्रमाण, लैंड रिकॉर्ड एग्रीमेंट, स्केच मैप की जरूरत होगी. इसके अलावा आपको स्टेट डीलर लाइसेंस के लिए सोर्स सर्टिफिकेट, क्वालिटी परफॉर्मेंस सर्टिफिकेट और रजिस्ट्रेशन के प्रमाण की भी जरूरत होती है.
कृषि मंत्रालय के मुताबिक साथी पोर्टल गुणवत्ता सुनिश्चित करता है. साथ ही साथ बीज उत्पादन श्रृंखला में बीज के स्रोत की पहचान भी करता है. इस सिस्टम में बीज श्रृंखला के इंटीग्रेटेड सात शाखाओं को शामिल किया गया है. वैध प्रमाणीकरण वाले बीज केवल वैध लाइसेंस प्राप्त डीलरों द्वारा केंद्रीय रूप से रजिस्टर्ड किसानों को बेचे जा सकते हैं.
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