एग्री-इनपुट बनाने वाली बड़ी कंपनियों में शुमार धानुका एग्रीटेक स्पेन की बायोटेक कंपनी किमिटेक के साथ ज्वाइंट वेंचर लगाएगी. दोनों मिलकर प्राकृतिक स्रोतों से उत्पन्न एवं प्राकृतिक मोलेक्युल्स का इस्तेमाल कर बायोलॉजिकल उत्पादों के विकास एवं व्यवसायीकरण का काम करेंगे. दोनों के बीच इस संबंध में लेटर ऑफ इंटेंट पर हस्ताक्षर किए गए हैं. दोनों कंपनियां देश में इस क्षेत्र में रिसर्च एंड डेवलपमेंट का काम भी करेंगे. बायोलॉजिकल प्रोडक्ट वनस्पति विज्ञान (बॉटनी), कीटाणु विज्ञान (माइक्रोबायोलॉजी), सूक्ष्म जैवाल (मिक्रोअलगाए) और जैव सूचना विज्ञान (बिओइन्फोर्मेटिक्स) का इस्तेमाल कर प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त किए जाते हैं. ये फसल सुरक्षा, मृदा स्वास्थ्य और पौध पोषण प्रदान करने वाले टिकाऊ श्रेणी के उत्पादों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
कंपनी ने दावा किया है कि आवश्यकतानुसार इन उत्पादों को अकेले और परंपरागत रासायनिक उत्पादों के साथ मिश्रित करके भी उपयोग किया जा सकता है. धानुका एग्रीटेक के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल धानुका ने कहा कि भारतीय किसान समुदाय को सर्वश्रेष्ठ उत्पाद और समाधान उपलब्ध कराने की दिशा में हमारे अनवरत प्रयासों के तहत हमने स्पेन की किमिटेक के साथ गैर बाध्यकारी आशय-पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. जिसके तहत जैविक उत्पादों के व्यवसायीकरण के साथ-साथ भारत में संयुक्त उपक्रम और आरएंडडी सुविधा स्थापित की जाएगी. इस संबंध में बिजनेस के विभिन्न अवसरों की संभावनाएं तलाशी जाएंगी. जैविक उत्पादों की मांग वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है और भारत में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है,"
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किमिटेक एक अत्याधुनिक बायोटेक कंपनी और प्राकृतिक मोलेक्युल्स के लिए समर्पित यूरोप के सबसे बड़े इनोवेशन हब 'मावी इनोवेशन सेंटर' की संस्थापक है. कंपनी ने मावी इनोवेशन सेंटर में एक क्रांतिकारी एआई प्लेटफार्म को कार्यान्वित किया है. 'लिन्ना' (LINNA) नामक यह एआई प्लेटफार्म किमिटेक को प्रोडक्ट डेवलपमेंट के लिए अभी से ही लगभग 35 फीसदी कैंडिडेट कंपाउंड प्रदान कर रहा है. किमिटेक के सीईओ फेलिक्स गार्सिया ने कहा कि वैश्विक स्तर पर फूड प्रोडक्शन के तरीके को बदलने के हमारे मिशन के तहत हमने प्राकृतिक समाधान के लिए धानुका एग्रीटेक लिमिटेड को एक साझीदार के तौर पर चुना है. इससे भारत के किसानों को फायदा होगा.
किमिटेक विश्व में 100 से ज्यादा देशों में कार्यरत है. यह जैविक उत्पादों के विकास और व्यवसायीकरण का काम करती है. भारत में नवीन तकनीक और उत्पादों को उपलब्ध कराने के लिए धानुका समूह वर्तमान में अमेरिका, जापान और यूरोप की अग्रणी सात कृषि रसायन कंपनियों के साथ कार्य कर रही है.धानुका तकनीकी नवीनीकरण और सटीक खेती-बाड़ी (प्रिसिजन फार्मिंग) पर ध्यान केंद्रित कर रही है,
जिसके तहत उसने अग्रणी कृषि-ड्रोन निर्माता 'आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन प्राइवेट लिमिटेड' और फार्म-टू-फोर्क स्टार्टअप 'किसान कनेक्ट सेफ फूड प्राइवेट लिमिटेड' में निवेश किया है.कंपनी ने हरियाणा के पलवल में एक आरएंडडी सेंटर भी बनाया है. इसके पास शाकनाशक (हर्बिसाइड्स), कीटनाशक (इन्सेक्टिसाइड्स), कवकनाशी (फंगीसाइड्स) और पादप वृद्धि नियामक (प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर्स) के 300 से अधिक रजिस्ट्रेशन और सभी के 90 उत्पाद हैं.
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