CM योगी का सख्त निर्देश- धान खरीद में नहीं होनी चाहिए बिचौलियों की कोई भूमिका, किसानों को तुरंत मिले भुगतान

CM योगी का सख्त निर्देश- धान खरीद में नहीं होनी चाहिए बिचौलियों की कोई भूमिका, किसानों को तुरंत मिले भुगतान

UP News: प्रदेश में धान बिक्री के लिए किसानों का पंजीकरण 1 सितंबर से शुरू हुआ था. वहीं 31 अक्टूबर तक 2,17,625 किसानों ने पंजीकरण कराया है.जबकि पश्चिमी यूपी में अब तक 17 हजार से अधिक किसानों से 1.06 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है. प्रदेश भर में 3920 क्रय केंद्र खोले जा चुके हैं.

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CM योगी का सख्त निर्देश- धान खरीद में नहीं होनी चाहिए बिचौलियों की कोई भूमिका, किसानों को तुरंत मिले भुगतानउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Image-Social media)

उत्तर प्रदेश में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए पूर्वी यूपी में धान खरीद प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू हो रही है. इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि किसानों को धान खरीद में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री सोमवार देर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि धान खरीद की प्रक्रिया निर्बाध रूप से जारी रहे और किसानों को असुविधा न हो. किसी भी स्तर पर बिचौलियों की भूमिका स्वीकार्य नहीं होगी.

धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी

उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि खाद एवं उन्नत बीजों की पर्याप्त उपलब्धता हर जनपद में सुनिश्चित की जाए. बता दें कि योगी सरकार ने किसानों के हित में धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की है और भुगतान 48 घंटे के भीतर करने के सख्त निर्देश जारी किए हैं. इस वर्ष धान MSP में वृद्धि करते हुए साधारण (कॉमन) धान का समर्थन मूल्य 2369 रुपये प्रति कुंतल और ग्रेड-ए धान का 2389 रुपये प्रति कुंतल तय किया है.

अब तक 2.17 लाख से अधिक किसानों का पंजीकरण

प्रदेश में धान बिक्री के लिए किसानों का पंजीकरण 1 सितंबर से शुरू हुआ था. वहीं 31 अक्टूबर तक 2,17,625 किसानों ने पंजीकरण कराया है.जबकि पश्चिमी यूपी में अब तक 17 हजार से अधिक किसानों से 1.06 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है. प्रदेश भर में 3920 क्रय केंद्र खोले जा चुके हैं.

बारिश से प्रभावित फसलों का तत्काल सर्वेक्षण

मुख्यमंत्री योगी ने हाल की वर्षा से प्रभावित फसलों का तत्काल सर्वेक्षण कर बिना विलम्ब क्षतिपूर्ति का भुगतान नियमानुसार कराने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि किसानों को मुआवजे के लिए किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए. वहीं अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि विशेष टीम गठित कर औचक निरीक्षण कराए जाएं. यदि किसी भी क्षेत्र में अनियमितता पाई गई तो संबंधित अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई होगी.

गो-आश्रय स्थलों में  जिलाधिकारी खुद करें निरीक्षण

सीएम योगी ने निराश्रित गो-आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जिलाधिकारी स्वयं इन स्थलों का निरीक्षण करें और सुनिश्चित करें कि प्रत्येक गोवंश को चारा-पानी और चिकित्सा की समुचित सुविधा मिले. उन्होंने आशा, आंगनबाड़ी, रसोइया तथा मानदेय पर कार्यरत कर्मियों को हर माह समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए.

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