देश के कई राज्यों में खाद की किल्लतों को लेकर किसान परेशान है. कई जगहों पर तो देश के अन्नदाताओं को पूरे-पुरे दिन कतारों में खड़े रहने के बावजूद भी खाली हाथ घर लौटना पड़ रहा है. वहीं, कई राज्यों में खाद को लेकर बवाल भी देखने को मिल रहा है. एक ऐसा ही मामला बिहार के बगहा में खाद वितरण को लेकर शनिवार को बड़ा बवाल हो गया. दरअसल, कतार में खड़े किसानों को जब यूरिया नहीं मिला तो आक्रोश भड़क उठा. स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें कई किसान घायल हो गए. घटना पटखौली थाना क्षेत्र अंतर्गत बगहा-2 प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित बिस्कोमान भवन की बताई जा रही है.
चश्मदीदों के मुताबिक, तीन दिनों से खाद की किल्लत से परेशान किसान लाइन में लगे थे. यूरिया नहीं मिलने और धक्का-मुक्की के बाद किसानों ने जमकर हंगामा किया. आरोप है कि इसी दौरान प्रभारी कृषि पदाधिकारी अभय मिश्रा के इशारे पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. वहीं, प्रशिक्षु बीएओ और ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी ने लाठीचार्ज से इंकार किया है.
हालांकि, सोशल मीडिया पर किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने का वीडियो भी सामने आया है. घायल किसान पिटाई के निशान और चोट दिखाकर पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं. बता दें कि लंबे समय से बगहा क्षेत्र में खाद की किल्लत बनी हुई है. अब किसानों पर पुलिस की कार्रवाई ने उनकी नाराजगी को और अधिक बढ़ा दिया है. अन्नदाताओं का कहना है कि एक ओर वे खाद के लिए संघर्ष कर रहे हैं और दूसरी ओर प्रशासन की बर्बरता झेलनी पड़ रही है. ये सही नहीं है.
बता दें कि इसी महीने बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के एटा से भी एक 14 अगस्त को पुलिस द्वारा किसानों को पीटने का मामला सामने आया था. दरअसल, एटा ज़िले के रिजोर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर नई निधौली खुर्द स्थित केंद्रीय थोक उपभोक्ता सहकारी केंद्र पर किसानों को खाद वितरण का इंतज़ार था. खाद की किल्लत से परेशान किसान सुबह से लाइन में खड़े थे. इसी के साथ किसानों की लाइन लंबी होती गई. इस खाद सेंटर पर भीड़ बढ़ने से धक्का-मुक्की शुरू हो गई. तभी मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी ने हालात संभालने के बजाय लाठियां बरसाना शुरू कर दी. (अभिषेक पांडे की रिपोर्ट)
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