छत्‍तीसगढ़ में कई खाद-‍कीटनाशक बिक्री केंद्रों को नोटिस, कहीं स्‍टॉक तो कहीं बिल बुक में दिखी समस्‍या

छत्‍तीसगढ़ में कई खाद-‍कीटनाशक बिक्री केंद्रों को नोटिस, कहीं स्‍टॉक तो कहीं बिल बुक में दिखी समस्‍या

छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन के बीच कृषि विभाग ने किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद और कीटनाशक उपलब्ध कराने के लिए बलौदाबाजार-भाटापारा, सक्ती और महासमुंद में औचक निरीक्षण तेज किया. अनियमितताएं पाई गईं और नोटिस जारी किए गए.

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छत्‍तीसगढ़ में कई खाद-‍कीटनाशक बिक्री केंद्रों को नोटिस, कहीं स्‍टॉक तो कहीं बिल बुक में दिखी समस्‍याखाद कंद्र पर निरीक्षण

छत्‍तीसगढ़ में खरीफ सीजन के बीच शासन और प्रशासन खाद, कीटनाशक और अन्‍य तरह की कृषि इनपुट उत्‍पादों को लेकर निगरानी बनाए हुए है. इसके लिए विभ‍िन्‍न जिलों में कलेक्‍टरों के निर्देश पर कृषि सेवा और बिक्री सेंटर पर लगातार औचक निरीक्षण किया जा रहा है. इस क्रम में बलौदाबाजार-भाटापारा, सक्ती और महासमुंद जिलों में किसानों को समय पर क्‍वालिटी वाले खाद और कीटनाशक उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग ने औचक निरीक्षण अभियान तेज कर दिया है. विभागीय टीमों ने जिलेभर के विभिन्न कृषि सेवा और विक्रय केंद्रों का निरीक्षण किया और अनियमितताएं मिलने पर संबंधित विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किए और यहां तक कि कुछ केंद्रो पर बि‍क्री प्रतिबंध भी लगा दिया.

बलौदाबाजार-भाटापारा में एक्‍शन

बलौदाबाजार-भाटापारा कलेक्टर के निर्देश पर कृषि विभाग की टीम ने सोमवार को कई विकासखंडों में कृषि सेवा केंद्रों का निरीक्षण किया. बलौदाबाजार विकासखंड में गुरुदेव कृषि केंद्र, रसेडा का निरीक्षण किया गया, जहां बिल बुक अपडेट नहीं थी और कीटनाशक और साथ ही खाद का प्रमाण पत्र नहीं मिला. वहीं, पलारी विकासखंड में चार केंद्रों की जांच में कैश क्रेडिट मेमो और स्रोत प्रमाण पत्र की कमी पाई गई.

भाटापारा विकासखंड में अतुल एंटरप्राइजेज का निरीक्षण किया गया, जहां टोकन प्रणाली से यूरिया वितरण किया गया और विक्रेताओं को निर्धारित नियमों के अनुसार बिक्री करने के निर्देश दिए गए. इस दौरान जिले में  5 कृषि सेवा केंद्रों को और 4 विक्रय केंद्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.

7 दिन में देना होगा जवाब

सक्ती जिले के विकासखंड जैजैपुर में हसौद, झरप और देवरघटा के तीन कृषि विक्रय केंद्रों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण में स्टॉक और भौतिक रिकॉर्ड में अंतर, पंजी की कमी और सूचना बोर्ड न होने जैसी अनियमितताएं मिलीं. तीनों केंद्र संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 7 दिन में जवाब देने को कहा गया है. अफसरों ने कहा कि संतोषजनक जवाब न मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

5 खाद विक्रेताओ को कारण बताओ नोटिस

महासमुंद के बसना और पिथौरा विकासखंडों में कृषि विभाग ने औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में कई विक्रय केंद्रों में पी.ओ.एस. स्टॉक और भौतिक स्टॉक में अंतर पाया गया. मासिक प्रगति प्रतिवेदन न देने पर फर्मों को नोटिस जारी किए गए. यहां 5 खाद विक्रेताओं को कारण बताओ नोटि‍स जारी किए गए है. 

विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे बिल लेकर ही उर्वरक खरीदें और किसी भी अनियमितता की शिकायत वरिष्ठ अधिकारी से करें. इन जिलों के कलेक्टरों और कृषि विभाग ने स्पष्ट किया कि नकली खाद, कालाबाजारी और निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर विक्रय करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जिलेभर में यह निरीक्षण निरंतर जारी रहेगा, ताकि खरीफ फसलों के लिए किसानों को समय पर उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण खाद और कीटनाशक मिल सके.

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