सुहागिन महिलाएं हर रोज सिंदूर का इस्तेमाल करती हैं. वैसे तो बाजार में बिकने वाला सिंदूर चूना, हल्दी और मरकरी को मिलाने के बाद ही बनता है जिसके फायदे कम और नुकसान ज्यादा है. चिकित्सकों ने तो बाजार में बिकने वाले सिंदूर को सेहत के लिए नुकसानदायक तक बताया है. इसे लगाने वाली सुहागिन महिलाओं को कई तरह की त्वचा रोग संबंधी समस्याएं होती हैं, लेकिन जब यह सिंदूर नहीं होता था तो प्रकृति में एक ऐसा भी पौधा मौजूद था जिसकी मदद से प्राचीन काल से ही महिलाएं सिंदूर का प्रयोग करती थीं. इस पौधे को सिंदूर का पौधा या kamila कहते हैं. सामान्य से दिखने वाला यह सिंदूर का पेड़ दूसरे पौधों से काफी अलग होता है. इसके फल के बीज को हाथ से छूते ही प्राकृतिक रंग की वजह से लाल हो जाता है. इसी वजह से महिलाएं इस पौधे के बीज को सिंदूर और लिपस्टिक के रूप में भी इस्तेमाल करती रही हैं.
सिंदूर का पौधा दक्षिणी अमेरिका के साथ-साथ कई और एशियाई देशों में भी उगाया जाता है.अमेरिकी देशों में इसके प्राकृतिक रंग का सौंदर्य प्रसाधन में प्रयोग किया जाता है. इसके अलावा इसके रंग को खाद्य पदार्थों में भी प्रयोग किया जाता है. चलिए बताते हैं इस पौधे के खास गुण.
वैसे देश में यह पौधा हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के कई इलाकों में व्यवसायिक तौर पर उगाया जाता है. उत्तर प्रदेश में यह पौधा बहुत कम देखने को मिलता है. लखनऊ के नेशनल बोटैनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के बाग में भी यह पौधा मौजूद है. इसके एक पौधे से डेढ़ किलो तक सिंदूर के बीज निकलते हैं. इस पौधे के बारे में एनबीआरआई के प्रधान वैज्ञानिक डॉ महेश पाल बताते हैं कि यह पौधा बहुत ही गुणकारी होता है. सामान्यतः रंग के लिए इसके बीजों का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें लाल रंग की सबसे ज्यादा अधिकता होती है. अमेरिकी देशों में तो निकलने वाले रंग को सौंदर्य प्रसाधन और खाद्य पदार्थों में भी उपयोग किया जाता है.
ये भी पढ़ें: Video: ये है आम का सबसे बड़ा दुश्मन, बगीचे को कीटों से कैसे बचाएं
सिंदूर के पौधे के बीजों से निकलने वाले प्राकृतिक रंग का सौंदर्य प्रसाधन खूब इस्तेमाल हो रहा है. बल्कि इस पौधे का कई औषधि महत्व भी है. इसे सिंदूरी भी कहा जाता है. सौंदर्य प्रसाधन में इससे लिपस्टिक, हेयर डाई, नेल पॉलिश और लिक्विड सिंदूर बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा पेंट बनाने में भी इसके प्राकृतिक रंग का इस्तेमाल होता है. बाजार में बिकने वाले सिंदूर में मरकरी सल्फेट होता है जो हमारी त्वचा और बालों दोनों के लिए नुकसानदायक होता है.
सिंदूर के पौधे को उगाने के लिए इसके बीज और नर्सरी के माध्यम से इसे गमले में भी लगाया जा सकता है. हालांकि इस पौधों को उगाने के लिए निश्चित जलवायु का महत्व होता है. इस पौधों के लिए ज्यादा खाद और पानी की जरूरत नहीं होती है. अगर ज्यादा खाद और पानी दे दिया जाएगा तो यह तो इसमें फल नहीं आएंगे.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today