Groundnut Farming: जायद मूंगफली फसल की कितनी बार सिंचाई करनी चाहिए? खरपतवार पर ऐसे पाएं काबू

Groundnut Farming: जायद मूंगफली फसल की कितनी बार सिंचाई करनी चाहिए? खरपतवार पर ऐसे पाएं काबू

Zaid Groundnut Farming Tips: जायद मूंगफली की फसल में खरपतवारों के कारण 40-45% तक उपज गिर सकती है. कृषि वैज्ञानिकों की सलाह से किसान इन खरपतवारों पर काफी हद तक काबू पा सकते हैं. साथ ही कीट और रोगों से बचाने के लिए भी ये उपाय जानिए.

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जायद मूंगफली फसल की कितनी बार सिंचाई करनी चाहिए? खरपतवार पर ऐसे पाएं काबूमूंगफली की खेती

भारत में कई राज्‍यों में बड़े पैमाने पर मूंगफली की खेती की जाती है. मूंगफली का तेल कई अन्‍य खाद्य तेलों जैसे- सोयाबीन, सरसों और सूरजमुखी आदि से काफी महंगा बिकता है. किसान जायद सीजन में भी मूंगफली की फसल लेने में रुचि दिखा रहे हैं.
सिंचित क्षेत्रों में जायद मूंगफली की बुआई मई के पहले हफ्ते तक की जा सकती है. ऐसे में जो किसान खेत में जायद मूंगफली की बुवाई कर चुके हैं, उनके लिए कृषि वैज्ञानिकों ने कुछ सलाह जारी की हैं.  

खरपतवार से गिर सकती है 45 फीसदी उपज

मूंगफली की फसल में खरपतवारों के कारण उपज लगभग 40-45 प्रतिशत तक गिर सकती है. मूंगफली की फसल 30-35 दिनों के शुरुआती दौर में खरपतवारों के प्रति संवेदनशील होती है. इसलिए खरपतवार निकालने के लिए 3 हफ्ते बाद निराई-गुड़ाई करना फायदेमंद रहता है. इसमें पहली निराई-गुड़ाई बुआई के 20-25 दिनों बाद और दूसरी बुआई के 35-40 दिनों के बाद करने की सलाह दी जाती है. 

वैसे तो किसानों को मूंगफली की फसल में खरपतवार पर काबू पाने के लिए बुआई से पहले फ्लूक्लोरालिन (बासालिन) या ट्रेफ्लॉन की 0.75-1.0 कि.ग्रा./हेक्‍टेयर सक्रिय तत्व की मात्रा मिट्टी में मिलाने की सलाह दी जाती है. लेकिन अगर बुआई से पहले खरपतवारनाशी का प्रयोग नहीं किया है तो बुआई से 1-3 दिन के अंदर लासो की 1.5-2.0 कि.ग्रा./हेक्‍टेयर या पेन्डीमेथिलीन की 1.0-1.25 कि.ग्रा./हेक्‍टेयर सक्रिय तत्व की मात्रा का छिड़काव अच्छी तरह मिट्टी में मिला सकते हैं. 

अच्‍छी फसल के लिए 4-5 बार करें सिंचाई

खड़ी फसल में चौड़ी पत्ती और घास वाले खरपतवारों पर काबू पाने के लिए किसान इमेजेथापायर (10 प्रतिशत एसएल) की 75-100 ग्राम/हेक्‍टेयर सक्रिय तत्व की मात्रा का बुआई के 20-25 दिनों पर छिड़काव कर सकते हैं. किसानों को अच्छी उपज लेने के लिए जायद मूंगफली फसल की 4 से 5 बार सिंचाई करने की सलाह दी जाती है.

जायद मूंगफली की किस्‍मों में 30-35 दिनों के बाद फूल आना शुरू हो जाते हैं, इसलिए दूसरी सिंचाई 35 दिनों की फसल होने पर करनी चाहिए. वहीं, 45-50 दिनों के बाद फसल में खूंटी बनने लगती है. ऐसे में इस दौरान नमी बनाए रखने के लिए 50-55 दिनों बाद तीसरी सिंचाई करनी चाहि‍ए. वहीं, चौथी सिंचाई 70-75 दिनों के बाद फलियों में दाना भरने के समय करनी चाहिए.

कीटों से बचाव के लिए करें ये उपाय

जायद मूंगफली में दीमक और फलीभेदक का प्रकोप होने पर क्लोरपायरीफॉस 20 प्रतिशत ई.सी. की 2.5 लीटर मात्रा प्रति हैक्टर की दर से सिंचाई के साथ प्रयोग करना फायदेमंद होता है. वहीं, सूत्रकृमि के नियंत्रण के लिए कार्बोफ्यूरॉन 3 जी 20 कि.ग्रा. या फोरेट 10 जी 10 कि.ग्रा. प्रति हेक्‍टेयर इस्‍तेमाल करने की सलाह दी जाती है.

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