देश के कई राज्यों में अचानक बढ़ते तापमान के बाद गेहूं की फसल पर कीट का खतरा मंडराने लगा है. दरअसल, कई किसान बढ़ती हुई गर्मी को देखते हुए गेहूं की पहली सिंचाई कर चुके हैं, लेकिन पहली सिंचाई के बाद गेहूं की फसल में अलग-अलग तरह के कीट और रोग का प्रकोप देखने को मिल रहा है, जिससे किसान परेशान हैं. ऐसे में कीट का आक्रमण किसानों के लिए दोहरी मार की तरह है. एक तरफ गर्मी और दूसरी ओर कीट. वहीं, अगर इस समस्या पर समय रहते ध्यान न दिया गया तो इसका सीधा असर फसल के उत्पादन पर पड़ेगा. ऐसे में आज हम तीन ऐसे देसी नुस्खे बताएंगे जिससे गेहूं के खेतों में नहीं कीट नहीं मंडराएंगे और ये फसलों को फायदे भी पहुंचाएंगे. आइए जानते हैं.
इस महीने अचानक बढ़ी गर्मी से गेहूं की फसल पर मोलो जैसे कीट लगते हैं, जो गेहूं की फसल के लिए बेहद नुकसानदायक होते हैं. ये कीट बहुत देखने को मिल रहे हैं. इस कीट से छुटकारा पाने के लिए किसान गेहूं की फसल पर महंगे रसायनों की जगह कुछ घरेलू उपाय अपनाकर रसायन के पैसे बचा सकते हैं. वहीं ये कीट फसलों को बचाने में काफी कारगर भी हैं और इससे किसानों के पैसे भी बचेंगे. साथ ही ये पूरी तरह से प्राकृतिक है और फसल को बिना किसी नुकसान के बचा सकते हैं.
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लाल मिर्च और लहसुन का स्प्रे: लाल मिर्च और लहसुन का कॉम्बिनेशन न केवल इंसानों के लिए फायदेमंद है, बल्कि फसलों के लिए भी वरदान है. ऐसे में गेहूं से कीटों को भगाने के लिए इसे पीसकर पानी में उबालें और ठंडा होने के बाद खेतों में छिड़काव करें. इसका तीखा स्वाद कीड़ों को फसल से दूर भगाने में मदद कर सकता है.
गुड़ और धतूरे के पत्तों का स्प्रे: गेहूं को कीट से बचाने के लिए ये भी एक देसी नुस्खा है. इस स्प्रे को बनाने के लिए गुड़ को पानी में घोलकर उसमें धतूरे के पत्ते डाल दें और कुछ घंटों के लिए छोड़ दें. इस घोल का छिड़काव करने से कीट नष्ट हो जाते हैं.
नीम का तेल भी है कारगर: नीम को कीटों का दुश्मन माना जाता है. ऐसे में आप गेहूं की फसलों पर नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर उसका रस छिड़क सकते हैं या फिर सीधे नीम के तेल का स्प्रे कर सकते हैं. इससे कीड़े फसल से दूर भागेंगे और उत्पादन भी अच्छा रहेगा. ऐसे में अगर आप बिना रसायनों के खेती करना चाहते हैं, तो ये 3 देसी तरीके अपनाकर अपनी गेहूं की फसल को सुरक्षित रख सकते हैं.
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