फसलों को कीटों से बचाने के 5 आसान और सस्ते उपाय, किसानों का खर्च होगा बेहद कम

फसलों को कीटों से बचाने के 5 आसान और सस्ते उपाय, किसानों का खर्च होगा बेहद कम

पंक्तिवार बुआई से लेकर ट्रैप फसल, पक्षी स्टैंड, हाथ से कीट नियंत्रण और प्राकृतिक अर्क—कम लागत वाले इन उपायों से किसान बिना ज्यादा खर्च किए अपनी फसल को कीटों के भारी नुकसान से बचा सकते हैं.

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फसलों को कीटों से बचाने के 5 आसान और सस्ते उपाय, किसानों का खर्च होगा बेहद कमकीटों से फसल को बचाने के सस्ते उपाय जानें

फसलों को कीटों से सबसे अधिक नुकसान होता है. कीट बिन बुलाए मेहमान की तरह होते हैं जो एक बार खेत और फसल पर आ जाते हैं, फिर जाने का नाम नहीं लेते. फिर आपको कुछ ऐसा करना होता है जिससे कि उनसे छुटकारा मिले. छुटकारा मिल जाए तो फसल बच जाती है, ना मिले तो पूरी फसल चौपट हो जाती है. इसके लिए खर्च भी बहुत होता है. इन कीटों का समाधान इतना आसान भी नहीं होता क्योंकि ये दिखने में बड़े नहीं होते, लेकिन इनका नुकसान बहुत बड़ा होता है. इन तमाम चुनौतियों के बीच हम आपको 5 आसान उपाय बता रहे हैं जिससे आप कुछ रुपयों या कभी-कभी मुफ्त में भी इन कीटों से छुटकारा पा सकते हैं.

1-फसल की पंक्तिवार और मिश्रित बुआई

एक ही क्षेत्र में दो या तीन अलग-अलग फसलों को एक साथ बोना चाहिए. इससे कीटों से होने वाला नुकसान कम होता है. पंक्ति और मिश्रित फसल बोने से खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है और पौधे की बढ़वार अच्छी होती है. यह ऐसा काम है जिस पर कोई खर्च नहीं होता, बस आपको इस तकनीक को अपनाना है.

2-ट्रैप फसल उगाना

मुख्य फसल के चारों ओर कीटों से अतिसंवेदनशील या पसंदीदा फसल उगाने को ट्रैप फसल कहते हैं. इससे मुख्य फसल को कीटों से बचाया जा सकता है. गेंदा फसल को अरहर के चारों ओर उगाने से फलीछेदक कीट का प्रकोप कम होता है. ऐसे ही ढैंचा भी है जिसे ट्रैप फसल के रूप में खेत की मेड़ पर लगा सकते हैं और कीटों से फसल बचा सकते हैं.

3-पक्षियों के बैठने का स्टैंड

पक्षी कीटों के लार्वा के शिकारी होते हैं. चने के खेत में पक्षियों के बैठने के स्टैंड लगाने से एवियन पक्षी फलीछेदक के लार्वा को खाते हैं. इससे फसल को कीट से होने वाला नुकसान कम होता है. पके हुए चावल के साथ पानी से भरे एक मिट्टी के बर्तन को स्टैंड की चोटी पर रखने से पक्षी खिंचे चले आते हैं.

4-कीटों को एकत्रित कर नष्ट करना

इस विधि में कीट के लार्वा को हाथों से एकत्रित कर, नष्ट कर दिया जाता है. इससे कीटों को ई.टी.एल. के नीचे स्तर पर रखा जा सकता है. इनमें चने की सुंडी, तंबाकू की इल्ली, चितकबरी सुंडी आदि हानिकारक कीट शामिल हैं. ये विधि भी बिना खर्चे वाली है. इसमें आपको एक रुपया खर्च नहीं करना होगा और काम भी हो जाएगा.

5-प्राकृतिक अर्क से कीट का नियंत्रण

इस विधि में प्राकृतिक पौधों से अर्क तैयार किया जाता है और उस अर्क से कीट का नियंत्रण किया जाता है. जैसे: मवेशी गोबर गौमूत्र, नीम के बीज का अर्क, तंबाकू अर्क और मिर्च लहसुन अर्क आदि. इस तरीके में आपको कच्चा माल खरीदने के लिए कुछ रुपये खर्च करने होंगे, लेकिन कीटों से पूरी तरह छुटकारा मिल जाएगा.

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