Rabi Maize: सर्दी में रबी मक्का संकट में न पड़े, किसान अपनाएं ये 10 जरूरी उपाय

Rabi Maize: सर्दी में रबी मक्का संकट में न पड़े, किसान अपनाएं ये 10 जरूरी उपाय

रबी मक्का को ठंड, पाला और तेज हवाओं से बचाने के लिए कृषि विशेषज्ञों ने 10 प्रमुख उपाय सुझाए हैं, जिनमें नियमित सिंचाई, पोटाश और सल्फर का उपयोग, मल्चिंग, हवा बाधक लगाना और कीट–रोग नियंत्रण शामिल हैं. यह उपाय अपनाकर किसान अपनी फसल को नुकसान से बचाते हुए बेहतर उपज पा सकते हैं.

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Rabi Maize: सर्दी में रबी मक्का संकट में न पड़े, किसान अपनाएं ये 10 जरूरी उपायरबी मक्का पर पाले का खतरा

सर्दियों के कड़कते मौसम में रबी मक्का फसल को ठंड, पाला और कम तापमान से बड़ा खतरा होता है. तापमान के अचानक गिरने से मक्का की बढ़वार रुक सकती है, दाना भराव पर असर पड़ सकता है और उत्पादन में भारी कमी हो सकती है. ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने किसानों के लिए मक्का को सर्दी से बचाने के लिए 10 महत्वपूर्ण सुझाव जारी किए हैं, जिन्हें अपनाकर किसान अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं और बेहतर उपज पा सकते हैं.

1. खेत में नमी बनाए रखें, 10–12 दिन पर हल्की सिंचाई करें

सर्दी के मौसम में मिट्टी का तापमान तेजी से नीचे गिरता है. नमी बनाए रखने से फसल को ठंड से बचाव मिलता है.

  • किसान हर 10–12 दिन पर हल्की सिंचाई करें.
  • सिंचाई के बाद जल निकासी का विशेष ध्यान रखें, ताकि खेत में पानी न ठहरे.

2. गुड़ाई के साथ बेंटोनाइट सल्फर का प्रयोग

सर्दी में सल्फर की उपलब्धता बेहतर रखने के लिए—

  • गुड़ाई के समय बेंटोनाइट सल्फर 10 किग्रा/एकड़ डालें.
  • विकल्प के रूप में घुलनशील सल्फर 2–3 ग्राम/लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें.
  • सल्फर दाने के भरने और फसल के रंग को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

3. सर्दी से बचाव के लिए पोटाश का उपयोग

यदि बोआई के समय पोटाश का प्रयोग नहीं किया गया है, तो—

  • पहली या अगली सिंचाई से पहले म्यूरेट ऑफ पोटाश (MOP) 25 किग्रा/एकड़ की दर से खेत में भुरकाव करें.
  • पोटाश ठंड से फसल की सहनशीलता बढ़ाता है और पौधों को मजबूती देता है.

4. 00:52:34 या सल्फेट ऑफ पोटाश आधारित घुलनशील उर्वरक का स्प्रे

सर्दी और ठंडे हवाओं में पौधों की खुराक बाधित होती है. इससे निपटने के लिए मोनो पोटेशियम फॉस्फेट (00:52:34) या सल्फेट ऑफ पोटाश आधारित घुलनशील उर्वरक का 10 ग्राम/लीटर पानी में घोल बनाकर स्प्रे करें. यह पौधे की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और उपज में सुधार करता है. 

5. अत्यधिक यूरिया का प्रयोग न करें, NPK का संतुलित स्प्रे करें

ठंड में अत्यधिक यूरिया का उपयोग पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है. यदि नाइट्रोजन की कमी दिखे तो—

  • NPK 19:19:19 या 20:20:20 (10 ग्राम/लीटर)
  • साथ में मैग्नीशियम सल्फेट (10 ग्राम/लीटर) का स्प्रे करें
  • ये फसल को तुरंत पोषण मुहैया कराते हैं

6. शाम के समय धुंआ करें

पश्चिमी और उत्तरी दिशाओं से आने वाली ठंडी हवाएं मक्का को नुकसान पहुंचाती हैं.

  • शाम के समय खेत के उत्तर और पश्चिमी दिशाओं में धुंआ करें.
  • यह खेत का तापमान नियंत्रित रखता है और पाले से सुरक्षा देता है.

7. मक्का की लाइनों के बीच मल्चिंग करें

  • मल्चिंग से मिट्टी का तापमान नीचे नहीं गिरता
  • नमी लंबे समय तक बनी रहती है
  • खरपतवार का प्रकोप कम होता है
  • मल्चिंग के लिए भूसा, पत्तियां या उपलब्ध जैविक पदार्थों का प्रयोग करें

8. ठंडी हवाओं से बचाव के लिए हवा बाधक लगाएं

खेत की पश्चिमी और उत्तरी दिशा में फटी धोती, बोरी या प्लास्टिक की चादर बांधकर हवा बाधक तैयार करें. इससे ठंडी हवाओं का सीधा प्रभाव पौधों पर नहीं पड़ेगा.

9. फॉल आर्मी वर्म और स्टॉक बोरर से सुरक्षा

सर्दी में इन कीटों का प्रकोप भी फसल को नुकसान पहुंचा सकता है. इसका उपाय है-

  • नीम ऑयल 400–600 मिली/एकड़
  • एमामेक्टिन बेंजोएट 80–100 ग्राम/एकड़ या
  • अन्य उपयुक्त कीटनाशक का स्प्रे करें

10. ग्रे लीफ स्पॉट रोग से बचाव

यह रोग सर्दी में तेजी से फैलता है और पत्तियों को सुखा सकता है. इसके नियंत्रण के लिए पौधों में पर्याप्त दूरी बनाए रखें. मेंकोजेब या मेंकोजेब + कार्बेन्डाजिम (2.5 ग्राम/लीटर) का स्प्रे करें.

रबी मक्का फसल को सर्दी से बचाने के लिए समय पर सिंचाई, संतुलित पोषण, कीट–रोग प्रबंधन और हवा से सुरक्षा जैसे उपाय बेहद महत्वपूर्ण हैं. इन 10 सुझावों को अपनाकर किसान न केवल अपनी फसल को ठंड से सुरक्षित रख सकते हैं बल्कि बेहतर उपज और अच्छी क्वालिटी भी सुनिश्चित कर सकते हैं.

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