दिसंबर महीने का कृषि कार्यखेती-किसानी में दिसंबर का महीना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस महीने में देश के सभी राज्यों में सर्दी अपने शुरुआती दौर में होती है. ऐसे में यह समय खेती से जुड़े कामों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि रबी सीजन में किसान रबी की मुख्य फसल गेहूं सहित कई अलग-अलग बागवानी फसलों की भी खेती करते हैं. अगर आप खेती-किसानी या कृषि व्यवसाय से जुड़े हैं तो इस समय किए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण कृषि कामों की जानकारी होना जरूरी है. ऐसे में बिहार कृषि विभाग की ओर से इस महीने किन फसलों में क्या करना है, उसकी जानकारी दी गई है. आइए जानते हैं कि किसान दिसंबर के महीने में अपने खेतों में क्या करें.
1. रबी फसलों की सिंचाई: दिसंबर माह में रबी फसलों (गेहूं, चना, सरसों, मटर) की देखभाल, सिंचाई और खरपतवार नियंत्रण मुख्य कार्य हैं. इस महीने इन फसलों में रोग लगने का खतरा होता है इसलिए थोड़ा निगरानी करते रहें.
2. सब्जी और बागवानी कार्य: दिसंबर के महीने में किसान टमाटर, पत्ता गोभी, फूल गोभी, पालक, मेथी, मूली, गाजर, चुकंदर, मटर, शलगम, मिर्च, खीरा, करेला की खेती करें.
3. फलों को रोग से बचाएं: फलों में अमरूद, नींबू आदि फलदार पौधों में कीट और रोग नियंत्रण के लिए निगरानी करें. इसके अलावा अमरूद, पपीता, आंवला जैसे फलों की तुड़ाई और बागवानी पौधों का ध्यान रखें.
4. बैंगन की करें बुवाई: सितंबर के महीने में बैगन की बुआई करने से पौधों की अच्छी वृद्धि होती है. साथ ही अधिक उत्पादन और बेहतर क्वालिटी की फसल प्राप्त होती है. इसके लिए संतुलित खाद और समय पर सिंचाई का ध्यान रखें.
5. कटी हुई धान को भंडारित करें: कई राज्यों में अभी भी धान की कटाई जारी है. ऐसे में दिसंबर इस महीने धान की कटनी पूरी करें. साथ ही कटनी के बाद धान को सुखाकर भंडारित करें.
6. आलू पर चढ़ाएं मिट्टी: दिसंबर के महीने में किसान आलू की फसलों पर हल्की मिट्टी चढ़ाएं और सिंचाई का ध्यान रखें, क्योंकि कई राज्यों में अब दिसंबर के अंत तक आलू की फसल में पाला लगने का भी खतरा बढ़ जाता है. इसलिए पाला से बचाने का उपाय करें.
7. चारा फसल की कटाई: बरसीम और रिजका की दूसरी कटाई करें और सिंचाई करें. इसके अलावा जई की दूसरी कटाई भी इस माह के अंत तक की जा सकती है.
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