आजकल न्यूट्रिशनिस्ट लोगों को एक ही सलाह देते हैं और वह है कि आप लोकल और सीजनल फूड खाएं यानी जो जिस मौसम में उगता है, उसी मौसम में खाया जाए. जैसे कि सरसों सर्दियों की फसल है और इसका साग इस मौसम में बहुत ही चाव से खाया जाता है. खासतौर पर उत्तर भारत में यह सर्दियों का स्पेशल डिश है जिसे आजकल पूरे हिंदुस्तान में खाया जाता है.
1. विटामिन K का अच्छा सोर्स- सरसों का साग विटामिन K का एक अच्छा स्रोत है. विटामिन K दिल की सेहत के साथ-साथ आपकी हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है. विटामिन K ब्लड क्लोटिंग में मदद करता है.
2. कैंसर को रोकने में मददगार- पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट के अलावा, सरसों के साग में ग्लूकोसाइनोलेट्स नामक प्लांट कंपाउंड्स होते हैं. ग्लूकोसाइनोलेट्स कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने में मदद करते हैं.
3. दिल के लिए अच्छा- सरसों के साग में विटामिन सी, फ्लेवोनोइड और बीटा-कैरोटीन होने से दिल की सेहत अच्छी होती है. सरसों के साग में ऐसे कंपाउंड होते हैं जो पाचन तंत्र में बाइल एसिड को बांधने में मदद करते हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिलती है.
4. आंखों के लिए अच्छा- सरसों के साग में एंटीऑक्सीडेंट प्रोफाइल में ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन होते हैं. एक रिसर्च के अनुसार, ये दो पोषक तत्व आंखों को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं और उम्र से संबंधित विजन लॉस को कम करने में मदद कर सकते हैं.
पालक-मेथी की तरह आप घर में सरसों भी उगा सकते हैं. सरसों का साग सर्दियों के मौसम में सबसे अच्छा उगता है.
ज्यादातर लोग, सरसों को साग के रूप में ही खाते हैं. सरसों के साथ मेथी या पालक और बथुआ आदि मिलाकर हरा साग बनाया जाता है. इसे पंजाब-हरियाणा में मक्के की रोटी के साथ खाते हैं. हालांकि, सरसों से आप सूप और चटनी जैसी चीजें भी बना सकते हैं.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today