हरियाणा में धान सहित अन्य खरीफ फसलों की सरकारी खरीद 1 अक्टूबर से शुरू होगी. एमएसपी पर कृषि उपज की बिक्री के लिए इस बार किसानों को मंडी गेट पास के लिए लाइनों में खड़े होकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा. हरियाणा राज्य कृषि मार्केटिंग बोर्ड (एचएसएएमबी) द्वारा किसानों को 'ई-खरीद' नाम के एक नए मोबाइल ऐप से डिजिटल गेट पास जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिससे अब किसान अपनी फसल का मंडी गेट पास खुद घर बैठे बना सकेंगे. राज्य सरकार ने यह दावा किया है. एचएसएएमबी के प्रवक्ता ने सभी किसानों से अपील की है कि वे आगामी मंगलवार से अपनी कृषि उपज को सुखाकर मंडी में लाएं ताकि उन्हें फसल बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत न आए.
ऐसा देखा गया है कि गेट पास की जरूरत के कारण मंडी में अपनी उपज लेकर आने वाले किसानों को अक्सर कई बार गेट पर इंतजार करना पड़ता है. किसानों की इस असुविधा को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने इस बार मंडी गेट पर गेट पास लेने के लिए एक नई व्यवस्था की है, जिसके तहत किसान अपनी फसल का मोबाइल ऐप द्वारा खुद ही घर बैठे आसानी से डिजिटल गेट पास बना सकेंगे और इसे डाउनलोड कर सकेंगे. इसके बाद उन्हें मंडी गेट पर अन्य गेट पास प्राप्त करने की जरूरत नहीं रहेगी.
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किसानों द्वारा डिजिटल गेट पास प्राप्त करने की प्रक्रिया के तहत किसान अब एंड्रॉयड ई-खरीद मोबाइल एप्लीकेशन (https://play.google.com/store/apps/details?id=com.ditech.ekharid.module ) या वेबसाइट/ पोर्टल (ekharid.haryana.gov.in) द्वारा अपना मंडी गेट पास खुद बना सकेंगे. इस ऐप से किसान अपनी कृषि उपज का गेट पास काटने और उससे संबंधित जानकारी सीधे अपनी ई-खरीद ऐप पर भी प्राप्त कर सकेंगे, जिससे देरी और कागजी कार्रवाई कम हो जाएगी.
इस ऐप के जरिए किसान भविष्य में किसी भी समय अपने गेट पास का विवरण, जे फॉर्म का विवरण, भुगतान विवरण देख सकते हैं. यही नहीं अपनी पसंद की मंडी और अपनी उपज लाने की तारीख का चयन करके अपने रजिस्टर्ड और सत्यापित कृषि उपज के लिए गेट पास बना सकते हैं.
इस नई व्यवस्था के कारण, किसान अपने मोबाइल ऐप/ प्रिंट/ पीडीएफ आदि पर दिखाए गए क्यूआर कोड को स्कैन करके एंट्री की सुविधा पा सकता है. खुद के बनाए हुए गेट पास नंबर को दर्ज करके इस ऐप के माध्यम से बिना देरी या लाइन में लगे सीधे मंडी में प्रवेश कर सकता है. इससे किसानों के द्वारा मंडियों में अपनी कृषि उपज बेचने की प्रक्रिया तेज हो जाएगी. ई-खरीद ऐप किसानों के लिए कृषि खरीद को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए बनाया गया है. किसान सेल्फ गेटपास मॉड्यूल पहले से चल रही व्यवस्था के अतिरिक्त रूप से कार्य करेगा.
यह ऐप खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग संचालित करेगा. ई-खरीद टीम द्वारा तैयार किए गए इस ऐप के बारे में सभी खरीद एजेंसियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. इस ऐप की ट्रेनिंग हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड ने अपने सभी फील्ड के अधिकारियों को दिलवा दी है जो आने वाले चार दिनों में सभी मंडी कर्मचारियों और आढ़तियों को आगे ट्रेंड करेंगे ताकि किसानों को कोई असुविधा न हो.
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