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बल्ब की रोशनी से भी बढ़ा सकते हैं गुलाब का साइज, पॉलीहाउस में होता है इस तकनीक का इस्तेमाल

बल्ब की रोशनी से भी बढ़ा सकते हैं गुलाब का साइज, पॉलीहाउस में होता है इस तकनीक का इस्तेमाल

गुलाब के फूलों के साइज को बढ़ाने में रोशनी का बहुत प्रभाव होता है. रोशनी की मदद से गुलाब का पौधा भी तेजी से विकास करता है. गुलाब के पौधे में यह पाया जाता है कि रोशनी और तापमान में कमी होने पर पौधे में ऐसी फूलों की डंडियां निकलती हैं जो किसी काम के नही रहती.

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गुलाब की खेती गुलाब की खेती

देश में फूलों की हजारों किस्में हैं, लेकिन इनमें गुलाब की लोकप्रियता सबसे ज्यादा है. गुलाब को फूलों का राजा भी कहा जाता है. इसी वजह से गुलाब के फूल की मांग बाजारों में हमेशा बनी रहती है. इसके फूलों की डिमांड शादियों के अलावा सजावट और और प्रेमी जोड़ों के बीच मांग बनी रहती है. गुलाब के फूलों का उपयोग केवल सजावट और सुगंध के लिए ही नहीं. इसका उपयोग गुलाब जल, इत्र, गुलकंद और कई तरह की औषधीय पदार्थ बनाने में भी किया जाता है. वहीं अगर गुलाब के फूलों की खेती करना चाहते हैं तो आपको गुलाब की खेती के बारे में सारी जानकारी होना जरूरी है.

ऐसे में क्या आपको पता है कि बल्ब की रोशनी से भी बढ़ा सकते हैं गुलाब का साइज. दरअसल इस तकनीक का इस्तेमाल पॉलीहाउस में होता है. आइए जानते हैं कैसे बल्ब की रोशनी से भी बढ़ा सकते हैं गुलाब का साइज और क्या है ये तकनीक.

बल्ब की रोशनी से बढ़ता है गुलाब 

गुलाब के फूलों के साइज को बढ़ाने में रोशनी का बहुत प्रभाव होता है. रोशनी की मदद से गुलाब का पौधा भी तेजी से विकास करता है. गुलाब के पौधे में यह पाया जाता है कि रोशनी और तापमान में कमी होने पर पौधे में ऐसी फूलों की डंडियां निकलती है, जिसमें फूल नहीं आती है. वहीं अगर किसान पॉलीहाउस तकनीक से गुलाब की फूलों की खेती करें तो गुलाब के फूलों का साइज काफी तेजी से बढ़ता है.

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दरअसल पॉलीहाउस में शेडिंग नेट का उपयोग करने पर पॉलीहाउस का तापमान कम हो जाता है. ऐसा करने से गर्मी के दिनों में फूलों की डंडी की लंबाई, फूल और पत्ती का आकार बढ़ जाता है. वहीं सर्दी के दिनों में शैडिंग नेट में रोशनी कम होने पर बिजली का बल्ब जलाने पर गुलाब का साइज बढ़ता है.  

जान लें गुलाब काटने का तरीका

गुलाब के फूलों को तब काटा जाता बै जब फूल की डंडी कली अवस्था में हो. जब उसमें एक या दो फूल की पंखुड़ी खुलनी शुरू हो जाए उस समय इसे काटना चाहिए. वहीं इसे काटते समय ये ध्यान देना चाहिए कि कली बहुत बड़ा न हो क्योंकि ऐसी अवस्था में काटने के बाद गुलाब की कली खील नहीं पाती है. इसके साथ ही ये ध्यान दें कि फूलों को काटने के लिए तेज धार वाले स्केटियर का इस्तेमाल करें. फिर फूलों की कटाई करने के बाद डंडी के निचले भाग को साफ पानी में 5 से 6 सेमी डुबाकर रखना चाहिए, ताकि फूल ताजा बना रहे.