गाड़ियों की सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानीहिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की सब्जी मंडियों में अब बिना क्यू फार्म के सब्जी की गाड़ी न तो लोड की जाएगी ना ही अनलोड. दरअसल, APMC यानी एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी ने अब सब्जी मंडियों को सीसीटीवी कैमरों से लैस कर दिया है. मंडी जिला की सब्जी मंडी और टकोली सब्जी मंडियों में अब सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं, जबकि चैलचौक सब्जी मंडी में इन्हें लगाने की प्रक्रिया जारी है.
बता दें कि सब्जी मंडियों में पहले बिना क्यू फार्म के गाड़ियों को लोड-अनलोड कर दिया जाता था, जिसका कोई रिकार्ड एपीएमसी के पास नहीं रहता था. लेकिन, अब ऐसा नहीं हो सकेगा क्योंकि कौन गाड़ी सब्जी लेकर आई और कौन गई है, इसकी सारी फुटेज कैमरों में रिकार्ड होगी. इसके लिए क्यू फार्म जरूरी किया गया है, बिना क्यू फार्म के कोई काम नहीं हो सकेगा.
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वहीं, जिला से बाहर सब्जी लेकर जाने वाले वाहनों की निगरानी रखने के लिए पुंघ में एपीएमसी ने चेक पोस्ट बना दी है. यहां पर सब्जी लेकर जा रहे वाहनों के क्यू फार्म चेक किए जा रहे हैं. बिना क्यू फार्म वाले वाहनों के चालान किए जा रहे हैं. एपीएमसी के चेयरमैन संजीव गुलेरिया ने बताया कि सब्जियों के आयात-निर्यात पर नजर रखने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं. जल्द ही जिला के तीन स्थानों पर चुंगियां भी लगाई जाएंगी, जिनमें जोगिंद्रनगर, सरकाघाट और करसोग में चुंगी लगाना प्रस्तावित किया गया है.
एपीएमसी के चेयरमैन संजीव गुलेरिया ने बताया कि इन दिनों हिमाचल के लाहौल स्पीति जिला और कुछ अन्य स्थानों में सब्जियों का जो भी उत्पादन हो रहा है, वो बिक्री के लिए सीधे दूसरे राज्यों की तरफ जा रहा है, जबकि दूसरे राज्यों से प्रदेश के लिए सब्जी की काफी कम सप्लाई आ रही है. इस कारण सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है क्योंकि बाजार में मांग ज्यादा है और सप्लाई कम है. साथ ही मौसम के कारण भी कुछ समय के लिए यह स्थिति पैदा हुई है लेकिन जल्द ही इस पर नियंत्रण पा लिया जाएगा.
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