Tractor Sales: ट्रैक्टर उद्योग में आई हरियाली, बढ़िया मॉनसून और अच्छे MSP से 11 फीसदी तक की ग्रोथ का अनुमान

Tractor Sales: ट्रैक्टर उद्योग में आई हरियाली, बढ़िया मॉनसून और अच्छे MSP से 11 फीसदी तक की ग्रोथ का अनुमान

घरेलू ट्रैक्टर उद्योग ने बढ़िया रफ्तार पकड़ ली है. आंकड़े बता रहे हैं कि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में ट्रैक्टर इंडस्ट्री 10 से 11 प्रतिशत तक की ग्रोथ कर सकती है. इसके पीछे विश्लेषकों ने इस बार बढ़िया मानसून और रबी फसलों पर मिली अच्छी एमएसपी को बड़ा कारण बताया है.

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ट्रैक्टर उद्योग में आई हरियाली, बढ़िया मॉनसून और अच्छे MSP से 11 फीसदी तक की ग्रोथ का अनुमानट्रैक्टर उद्योग में दिखी बड़ी ग्रोथ

इस बार के अच्छे मॉनसून का असर सिर्फ फसलों पर ही नहीं दिख रहा बल्कि ट्रैक्टर इंडस्ट्री भी लहलहा उठी है. विश्लेषकों का मानना है कि घरेलू ट्रैक्टर उद्योग में वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में 10 से 11 प्रतिशत तक की ग्रोथ देखने को मिल सकती है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि घरेलू ट्रैक्टर उद्योग चालू वित्त वर्ष (H2FY25) की दूसरी छमाही में बढ़त के लिए तैयार है. इसके पीछे का कारण बढ़िया मॉनसून और प्रमुख रबी फसलों पर मिले अच्छे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) हैं. 

कमजोर मानसून ने 'सुखाई' थीं ट्रैक्टर सेल्स 

हालांकि अगर पिछले आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो पता चलेगा कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में ट्रैक्टर की थोक बिक्री में बेहद मामूली ग्रोथ ही देखी गई. एक अंग्रेजी अखबार, 'बिजनेस स्टैंडर्ड' के मुताबिक, वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में 4,69,383 ट्रैक्टर बिके थे, वहीं वर्तमान वित्त वर्ष की पहली छमाही में 4,72,079 ट्रैक्टर बिके हैं. वित्त वर्ष 24 में भारत में ट्रैक्टरों की बिक्री कुल 8,74,504 यूनिट दर्ज की गई, जो पिछले साल की 9,40,985 यूनिट के मुकाबले 7 प्रतिशत कम है. ट्रैक्टर सेल्स में इस गिरावट का मुख्य कारण खराब मॉनसून को माना जा सकता है, जिसकी वजह से खरीफ फसल उत्पादन और दूसरी कृषि गतिविधियां प्रभावित हुईं.

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महिंद्रा ट्रैक्टर्स की सेल्स में भी 'हरियाली'

वहीं सेल्स वॉल्यूम के मामले विश्व की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा का भी यही मानना ​​है कि ट्रैक्टर उद्योग में दूसरी छमाही में 13 से 15 प्रतिशत की ग्रोथ के आसार हैं. अप्रैल से अक्टूबर के बीच महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने सालाना 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है. घरेलू बाजार में महिंद्रा ने 2,48,060 ट्रैक्टर बेचे हैं. अक्टूबर में महिंद्रा की घरेलू थोक बिक्री में 30 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला है.

बता दें कि महिंद्रा एंड महिंद्रा के कार्यकारी निदेशक और सीईओ (ऑटो और कृषि क्षेत्र) राजेश जेजुरिकर ने महिंद्रा के दूसरी तिमाही के आंकड़ों को लेकर कहा था कि ट्रैक्टर उद्योग में 'हरियाली' बढ़ रही है. ट्रैक्टर उद्योग की इस हरियाली में अधिक वर्षा का योगदान 8 प्रतिशत, जलाशय स्तर और खरीफ उत्पादन में बढ़त का योगदान 87 प्रतिशत है.  

महिंद्रा एंड महिंद्रा के कृषि उपकरण क्षेत्र के अध्यक्ष हेमंत सिक्का ने कहा, "अच्छे मानसून और प्रमुख रबी फसलों के लिए ज्यादा एमएसपी मिलने के कारण किसानों की भावनाएं सकारात्मक हैं और उनके हाथ में पैसा भी अच्छा है. रबी की बुवाई में बढ़त और अच्छी रबी फसल से आने वाले महीनों में भी ट्रैक्टरों की मांग में और तेजी आने की उम्मीद है."

इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स के आंकड़े भी गदगद

इसके अलावा इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड (आईटीएल) के संयुक्त प्रबंध निदेशक रमन मित्तल ने 'बिजनेस स्टैंडर्ड' को बताया कि इस त्योहारी सीजन के दौरान ट्रैक्टर उद्योग में मजबूती देखी गई है, जिसके पीछे कई सारे कारण हैं. उन्होंने कहा कि मानसून की धीमी शुरुआत के बावजूद भी जून-सितंबर 2024 के दौरान 108 प्रतिशत की असाधारण वर्षा ने जलाशयों के स्तर को काफी हद तक बढ़ा दिया. ये वर्षा पिछले 10 साल के औसत से 14 प्रतिशत अधिक रही और इसी का नतीजा ये रहा कि दक्षिणी बाजार में इतनी ग्रोथ दर्ज की गई. मित्तल ने कहा कि इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स  ने अक्टूबर के दौरान अब तक की सर्वश्रेष्ठ मासिक बिक्री दर्ज की है जो कि 20,056 यूनिट्स रही.

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