क्षत्रिय vs पाटीदार : रूपाला के विरोध में क्षत्रिय तो रूपाला के समर्थन में पाटीदार मैदान में उतरे

क्षत्रिय vs पाटीदार : रूपाला के विरोध में क्षत्रिय तो रूपाला के समर्थन में पाटीदार मैदान में उतरे

गुजरात में राजकोट लोकसभा से बीजेपी कैंडिडेट केंद्रिय मंत्री परसोत्‍तम रूपाला की रजवाड़ों पर की गई विवादास्पद टिप्‍पणी के बाद क्षत्रिय समाज लगातार उनका विरोध कर रहा है. समाज  उन्हें बीजेपी कैंडिडेट नहीं बनाने की माग कर रहा है. ऐसे में अब पाटीदार समाज अब परसोत्‍तम रूपाला के समर्थन में उतर आया है.

Advertisement
क्षत्रिय vs पाटीदार : रूपाला के विरोध में क्षत्रिय तो रूपाला के समर्थन में पाटीदार मैदान में उतरेगुजरात में क्षत्रिय और पाटीदार के बीच विवाद बढ़ा रहा बीजेपी की टेंशन

गुजरात में राजकोट लोकसभा से बीजेपी कैंडिडेट केंद्रिय मंत्री परसोत्‍तम रूपाला की रजवाड़ों पर की गई विवादास्पद टिप्‍पणी के बाद क्षत्रिय समाज लगातार उनका विरोध कर रहा है. समाज  उन्हें बीजेपी कैंडिडेट नहीं बनाने की माग कर रहा है. ऐसे में अब पाटीदार समाज अब परसोत्‍तम रूपाला के समर्थन में उतर आया है. रजवाड़ों को लेकर रूपाला के निवेदन के बाद मामला शांत ना होकर अब क्षत्रिय vs पाटीदार का बनाता दिखाई दे रहा है.  इन सबके बीच गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल दिल्ली में चुनावी घोषणा पत्र को लेकर आयोजित बैठक में शामिल होने राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए रवाना होंगे.

पाटीदार समुदाय का रूपाला को समर्थन 

क्षत्रिय समाज के विरोध की वजह से गुजरात में बीजेपी पहले से ही दबाव में है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री परसोत्तम रूपाला के समर्थन में पाटीदार संस्थाओं के अग्रणियों की बैठक शुरू हुई है. पाटीदार समुदाय के कई लोग सोशल मीडिया में रूपाला को समर्थन घोषित कर बाकी पाटीदारों को भी उनका समर्थन करने की अपील कर रहे हैं. पाटीदार समाज की तरफ से सोशल मीडिया में रूपाला का समर्थन कर रहे लोगो का कहना है कि अपने बयान को लेकर परसोत्तम रूपाला ने क्षत्रिय समाज से तीन बार माफी मागी हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने भी माफी मांगकर क्षत्रिय समाज को बड़ा दिल रखने को कहा है. इस स्थिति में रूपाला का विरोध करना, उन्हें कैंडिडेट नहीं बनाने की जिद्द करना ठीक नहीं है.

यह भी पढ़ें- सवाल हैसियत का नहीं, इसका है कि ये सभी कांग्रेस से जा क्यों रहे हैं

बीजेपी तय करे कौन जरूरी 

बता दें कि बीजेपी के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटिल ने सीएम भूपेन्द्र पटेल की मौजूदगी में गांधीनगर स्थित अपने निवास पर क्षत्रिय समाज के बीजेपी नेताओं से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में क्षत्रिय समाज समिति से बात करने, क्षत्रिय समाज को समझाकर रूपाला के खिलाफ आक्रोश कम करने के लिए भेजा गया था. हालांकि क्षत्रिय समाज की संकलन समिति ने बीजेपी के नेताओं को साफ कर दिया है कि, बीजेपी परसोत्तम रूपाला को कैंडिडेट ना बनाए. बीजेपी तय करें कि उनके लिए देश के 22 करोड़ क्षत्रिय जरुरी हैं या रूपाला?

यह भी पढ़ें-बिहार के जमुई में आज पीएम मोदी का चुनाव प्रचार, 7 को नवादा में रैली 

क्षत्रिय समाज का संदेश 

क्षत्रिय समाज ने साफ कहा है कि, बीजेपी समाज को समझाये, उससे बहेतर होगा कि वो रूपाला को समझायें. देश में लोकशाही के लिए रजवाड़ों ने अपना राज-पाठ छोड़ दिया था तो क्या क्षत्रिय समाज का आक्रोश खत्म करने के लिए रूपाला संसद पद नहीं छोड सकते? क्षत्रिय समाज की तरफ से कहा गया है कि, अगर बीजेपी रूपाला को ही कैंडिडेट बनाती है तो उनके विवादित बयान को बीजेपी का समर्थन मानकर क्षत्रिय समाज उनके खिलाफ 400 लोगो को चुनावी मैदान में उतारेगा.

कांग्रेस ने क्‍या कहा 

राजकोट जिला कांग्रेस के अध्यक्ष और पोरबंदर लोकसभा सीट से कांग्रेस के कैंडिडेट ललित वसोया ने कहा, बीजेपी रूपाला के विरोध को दो समाज की लड़ाई बनाना चाहती है. ललित वसोया ने कहा है कि पाटीदार vs क्षत्रिय वर्षों से चलता रहा है. दोनों समाज के नेताओं के प्रयास से भाईचारा कायम हुआ है. ललित वसोया ने पाटीदार समाज के युवाओं से अनुरोध किया है कि, रूपाला को वोट देना है तो दें लेकिन उनके समर्थन में वो क्षत्रिय समाज का विरोध न करें. क्षत्रिय समाज की व्यक्तिगत लड़ाई रूपाला से है, ना की पाटीदार समाज से. 

(अतुल तिवारी की रिपोर्ट) 

 

POST A COMMENT