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CSDS के सर्वे में मोदी सरकार की वापसी तय, 2024 में किसे नफा-किसे नुकसान

CSDS के सर्वे में मोदी सरकार की वापसी तय, 2024 में किसे नफा-किसे नुकसान

स्‍टडी ऑफ द डेवलपिंग सोसायटी (सीएसडीएस) के चुनाव से पहले हुए नए सर्वे में महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की चिंताओं के बावजूद केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार की वापसी का संकेत मिलता है. सर्वे युवाओं में रोजगार के अवसरों की कमी और गरीबों के लिए जरूरी चीजों की बढ़ती कीमतों के बीच संकट पर रोशनी डालता है.

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नए सर्वे में केंद्र में पीएम मोदी का लौटना तय नए सर्वे में केंद्र में पीएम मोदी का लौटना तय

स्‍टडी ऑफ द डेवलपिंग सोसायटी (सीएसडीएस) के चुनाव से पहले हुए नए सर्वे में महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की चिंताओं के बावजूद केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार की वापसी का संकेत मिलता है. सर्वे युवाओं में रोजगार के अवसरों की कमी और गरीबों के लिए जरूरी चीजों की बढ़ती कीमतों के बीच संकट पर रोशनी डालता है. साथ ही इसमें केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और भारत के चुनाव आयोग में भरोसे की कमी को लेकर भी असंतोष नजर आया है. 

वोट शेयर में कितना फायदा 

इन सबके बाद भी बीजेपी का वोट शेयर साल 2019 में करीब 37 फीसदी से बढ़कर 2024 में 40 फीसदी तक होने का अनुमान है. दूसरी ओर, कांग्रेस का भी वोट शेयर करीब साल 2019 से 19 प्रतिशत से बढ़कर इस बार 21 प्रतिशत बढ़ने की उम्‍मीद है. इस बार बीजेपी के सहयोगियों को छह फीसदी वोट शेयर मिलने की उम्मीद है. जबकि इंडिया ब्‍लॉक के सहयोगियों को 13 फीसदी वोट शेयर मिलने की उम्मीद है. जबकि बाकी दलों को साल 2024 में 20 प्रतिशत तक वोट मिलने की उम्मीद है. कुल मिलाकर, राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 46 प्रतिशत वोट शेयर मिल सकता है. 

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पीएम मोदी के नेतृत्‍व पर भरोसा

सर्वे में आए नतीजे पीएम मोदी के नेतृत्व में उच्च स्तर के भरोसे को दर्शाते हैं. सर्वे पर अगर यकीन करें तो पीएम मोदी को विपक्ष के पीएम चेहरे राहुल गांधी के खिलाफ  21 फीसदी की बढ़त हासिल है. सीडीएस के सर्वे में एनडीए को वोट शेयर 12 फीसदी तक बढ़ने के आसार है. सीएसडीएस ने साल 2024 में बीजेपी के वोट शेयर में 2.6 प्रतिशत वृद्धि की भविष्यवाणी की है.  

बीजेपी ने साल 2019 में 303 सीटें जीतीं थी. इन सभी सीटों पर औसतन 2.6 प्रतिशत वोट शेयर का इजाफा कांग्रेस या उसके सहयोगियों द्वारा दर्ज की गई बढ़त से ज्‍यादा होगा. ऐसे में उसके इनमें से कोई भी सीट हारने की संभावना नहीं है. 

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बदल सकती है कि किसी की किस्‍मत 

कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी को अभी भी 1.1 प्रतिशत की बढ़त हासिल है. इसका अर्थ यही है कि 5.6 प्रतिशत वोट शेयर से कम या उसके बराबर के अंतर से जीती या हारी गई किसी भी सीट की किस्मत में बदलाव देखा जा सकता है. साल 2019 में 5.6 प्रतिशत वोट शेयर से कम या उसके बराबर के अंतर से एक सौ छह सीटें जीती/हारी गईं. बीजेपी ने इनमें से 46 सीटें जीतीं थीं. चूंकि कांग्रेस की तुलना में ज्‍यादा शेयर में वृद्धि का अनुमान है, उसके सहयोगियों या अन्य को ये सीटें खोने की उम्मीद नहीं है. इनमें से 19 सीटें कांग्रेस ने जीतीं.

NDA के खाते में 315 सीटें 

इनमें से आठ सीटों पर बीजेपी उपविजेता रही. चूंकि 2024 में बीजेपी को कांग्रेस के खिलाफ 1.1 प्रतिशत की बढ़त मिलने की उम्मीद है. इसलिए सबसे पुरानी पार्टी इनमें से दो सीटें खो सकती है. बाकी सभी सीटों पर, चूंकि एनडीए सहयोगियों और अन्य को वोट शेयर में गिरावट दर्ज करने की उम्मीद है. इसलिए कांग्रेस को इन 17 सीटों पर बने रहने की उम्मीद है. कुल मिलाकर बीजेपी को 315 सीटें यानी 12 सीटों का फायदा उसके सहयोगियों को 46 (+1), कांग्रेस को 62 यानी 10 सीटों का फायदा होगा. सर्वे के मुताबिक एनडीए को 361 सीटें मिल सकती हैं. यह साल 2019 की तुलना में 13 सीटें ज्‍यादा हैं. ज‍बकि इंडिया गठबंधन को 111 सीटें मिल सकती हैं. 

(अमिताभ तिवारी की रिपोर्ट)

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