प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के टॉप गेमर्स से खास मुलाकात की है. पीएम मोदी ने इस दौरान विपक्ष पर तंज कसने का नया अंदाज भी पेश किया. जैसे ही एक गेमर ने 'नोब' शब्द का जिक्र किया तो पीएम मोदी समेत बाकी लोग ठहाके लगाकर हंस पड़े. पीएम ने इसका एक वीडियो पोस्ट किया है. एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट किए गए वीडियो में उन्होंने बताया है कि कैसे गेमर्स ने उन्हें 'ग्राइंड' और 'नोब' जैसी कुछ गेमिंग टर्मिनोलॉजी यानी शब्दावली के बारे में बता रहे हैं. पीएम मोदी ने इससे पहले सोशल मीडिया के पॉपुलर डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स से मुलाकात की थी.
जैसे ही गेमर्स ने 'नोब' शब्द कहा, वैसे ही उसे सुनते ही पीएम मोदी जोर-जोर से हंसने लगे. पीएम मोदी बिना किसी नेता का नाम लिए कहते हैं, 'अगर मैं चुनाव के दौरान इस शब्द का इस्तेमाल करता हूं, तो लोग आश्चर्यचकित होंगे कि मैं किसकी बात कर रहा हूं. अगर मैं यह कहूंगा, तो आप इसे किसी विशेष व्यक्ति के लिए मान लेंगे.' 11 मार्च को देश में पहले क्रिएटर्स अवॉर्ड का आयोजन हुआ था. हर कोई जानना चाहता है कि गेमर्स और क्रिएटर्स के बीच पहुंचकर पीएम मोदी कौन सा संदेश देना चाहते हैं.
यह भी पढ़ें- खेती-किसानी करने वाला यह शख्स 100वीं बार लड़ेगा UP की इस सीट से चुनाव !
दरअसल इस बार पीएम मोदी ने 'अबकी बार 400 पार' का लक्ष्य तय किया हुआ है. जहां उनकी योजना बीजेपी के लिए वोटों की संख्या 370 करने की है तो एनडीए गठबंधन के लिए उन्होंने वह 400 से ज्यादा का लक्ष्य रखा है. इसी कोशिश में बीजेपी युवा वोटर्स को लुभाने में जुटी हुई है. सोशल मीडिया पर इनफ्लुएसंर्स से लेकर युवा खिलाड़ी, गायकों और यहां तक कि कलाकारों से भी पार्टी संपर्क कर रही है.
कुछ दिनों पहले हुए नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड इसी कोशिश का ही एक हिस्सा थे. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने इनफ्लुएसंर्स और अचीवर्स से बात की थी जो अलग-अलग वर्गों से आते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं 12 अप्रैल को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी पुणे में युवाओं से मुलाकात की. जयशंकर और युवाओं के बीच हुई चर्चा का विषय था 'जर्नी ऑफ ग्लोबल राइज ऑफ इंडिया' था.
यह भी पढ़ें- गूगल पर चुनावी विज्ञापन खर्च में बीजेपी टॉप पर, जानिए किन एड पर पार्टी ने किया सबसे ज्यादा खर्च
चुनाव आयोग के आंकड़ों पर अगर यकीन करें तो इस बार चुनावों में 21.54 करोड़ मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 30 साल से कम हैं. इसके अलावा पार्टी एक कैंपेन भी चला रही है जिसे 'पहला वोट मोदी को' का नाम दिया गया है. इस अभियान के तहत पार्टी 1.82 करोड़ ऐसे वोटर्स तक पहुंचने की कोशिशों में लगी है जो पहली बार वोट डालेंगे.
बीजेपी युवा मोर्चा को जिम्मा सौंपा गया है कि वह ऐसे वोटर्स की पहचान करे जो पहली बार वोट देंगे और उनकी लिस्ट पार्टी को सौंपे जिसमें उनके कॉन्टैक्ट नंबर भी हों. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 17 मार्च तक ऐसे 80 लाख वोटर्स की पहचान की जा चुकी थी. कॉल सेंटर्स के जरिए बीजेपी ऐसे वोटर्स से संपर्क कर रही है. मार्च के अंत तक ऐसे वोटर्स की संख्या एक करोड़ तक पहुंच सकती है.
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today