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मनोज तिवारी के खिलाफ कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी पर क्या बोले उत्तर पूर्वी दिल्ली के लोग? 

मनोज तिवारी के खिलाफ कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी पर क्या बोले उत्तर पूर्वी दिल्ली के लोग? 

खजूरी इलाके के लोगों का कहना है कि मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार दोनों बाहरी उम्मीदवार हैं और यहां अधिकतर लोग पूर्वाचल के हैं, जिससे लड़ाई दिलचस्प हो गई है. इंडिया गठबंधन ने बीजेपी के लिए इस सीट पर जीत हासिल करना मुश्किल कर दिया है. खजुरी के एक स्थानीय निवासी ने कहा कि कांग्रेस सीट जीतेगी, क्योंकि तिवारी कभी हमारे दरवाजे पर नहीं आए हैं.

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मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार में कौन मारेगा बाजी. (फाइल फोटो) मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार में कौन मारेगा बाजी. (फाइल फोटो)

कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. इसके साथ ही यह दिल्ली की सबसे हॉट लोकसभा सीट बन गई है, क्योंकि यहां से वर्तमान संसाद और बीजेपी उम्मीदवार मनोज तिवारी मैदान में है. खास बात यह है कि मनोज तिवारी पिछले दो बार से भगवा पार्टी के लिए इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. दूसरी ओर राष्ट्रीय राजधानी की राजनीति में कन्हैया कुमार की यह पहली राजनीतिक पारी है. इस निर्वाचन क्षेत्र में बड़ी संख्या में पूर्वांचल के मतदाता रहते हैं. साथ ही लोकसभा क्षेत्र की कुछ विधानसभा सीटों पर मुस्लिम आबादी भी हावी है.

उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 10 विधानसभा सीटें आती हैं, जिसमें बुराड़ी, तिमारपुर, सीमापुरी (एससी), रोहतास नगर, सीलमपुर, घोंडा, बाबरपुर, गोकलपुर (एससी), मुस्तफाबाद और करावल नगर शामिल है. 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में दो समुदायों के बीच हिंसक दंगे हुए थे, जिसमें 53 लोगों की मौत हो गई थी. आइए जान जाते हैं, आखिर यहां के लोग कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार के बारे में क्या सोंचते हैं. यह जानने के लिए इंडिया टुडे/आज तक की टीम ने भजनपुरा, सीलमपुर और खजूरी इलाकों का दौरा किया है.

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इलाके में बीजेपी की लहर है

खजूरी इलाके के लोगों का कहना है कि मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार दोनों बाहरी उम्मीदवार हैं और यहां अधिकतर लोग पूर्वाचल के हैं, जिससे लड़ाई दिलचस्प हो गई है. इंडिया गठबंधन ने बीजेपी के लिए इस सीट पर जीत हासिल करना मुश्किल कर दिया है. खजुरी के एक स्थानीय निवासी ने कहा कि कांग्रेस सीट जीतेगी, क्योंकि तिवारी कभी हमारे दरवाजे पर नहीं आए हैं. हालांकि, मुस्लिम बहुल आबादी वाले इस इलाके में बीजेपी की लहर है.

क्या है स्थानीय मुद्दा

एक फल विक्रेता ने कहा कि कन्हैया एक शिक्षित उम्मीदवार हैं और जीतेंगे. क्षेत्र के लोगों का मुख्य मुद्दा सफाई और सड़क है, जिसे संबोधित करने में सरकार विफल रही है. युवाओं में नौकरियां और पेपरलीक मुख्य मुद्दे हैं, लेकिन फिर भी कई युवाओं ने कहा कि वे बीजेपी को वोट देंगे. हिंदू आबादी वाले भजनपुरा में बीजेपी और मनोज तिवारी का मजबूत मतदाता आधार है. कई लोग पीएम के चेहरे पर वोट कर रहे हैं. एक स्थानीय ने कहा कि यहां मनोज तिवारी जीतेंगे और यमुना पार का इलाका हमेशा से बीजेपी का क्षेत्र रहा है.

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अरविंदर सिंह लवली भी टिकट के दावेदार

भजनपुरा के एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि सहारनपुर एक्सप्रेस वे और मेट्रो लाइन जैसी सड़कें मुख्य चीजें हैं, हम मनोज तिवारी को वोट देंगे. कुछ लोगों ने सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी को भी मुद्दा बताया. जब स्थानीय लोगों से पूछा गया कि अरविंदर सिंह लवली भी टिकट के दावेदार हैं, तो लोगों ने कहा कि स्थानीय होने के कारण वह भी भाजपा को नुकसान पहुंचा सकते थे.

2019 में किसको मिले कितने वोट

पिछले चुनाव में तिवारी को करीब 787000 वोट मिले थे, वहीं कांग्रेस की शीला दीक्षित को करीब 4,21,000 वोट मिले थे और आप के दिलीप पांडे को 1,90,000 वोट मिले थे. आप और सबसे पुरानी पार्टी दोनों की सामूहिक संख्या इस सीट पर मनोज तिवारी के लिए कड़ी टक्कर पैदा कर सकती है, लेकिन तिवारी दिल्ली लोकसभा के एकमात्र उम्मीदवार हैं, जिन्हें इस चुनाव में दोहराया गया है, जो उन पर पार्टी के भरोसे को दर्शाता है. अब पीएम मोदी के सिपाही और राहुल गांधी के दाहिने हाथ इस सीट को जीतने के लिए धुआंधार प्रचार अभियान चलाएंगे. (रिपोर्ट- अनमोल नाथ बाली)