यूपी के राजभवन में पिछले 4 दिनों से चल रहे फल, फूल एवं शाक भाजी प्रदर्शनी मेले का सोमवार को समापन हो गया है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मेले का 17 फरवरी को उद्घाटन किया था. इस मौके पर बागवानी किसानों की एक प्रतियोगिता भी आयोजित की गई थी. प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्यपाल ने सम्मानित किया. वहीं इस मेले के समापन के साथ ही एक नई शुरुआत होते हुए दिखाई दे रही है. यूपी सरकार की नई पहल के तहत अब राजभवन की तर्ज पर प्रदेश के सभी मंडलों में बागवानी मेले का आयोजन होगा. आइए जानते हैं कि राजभवन में आयोजित बागवानी मेले में क्या खास रहा.
इस अवसर पर यूपी के मुख्य सचिव मिश्र ने बताया कि इस बार की प्रदर्शनी में प्रदेश के सभी 75 जिलों ने हिस्सा लेकर अपने जिले के बागवानी कौशल का प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल के विशेष प्रयासों से प्रदर्शनी में प्रतिभागियों की बढ़ती संख्या एक अहम उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदर्शनी में कुल 15,991 प्रतिष्टिया मिली थीं, जो कि गत वर्ष की तुलना में 150 प्रतिशत अधिक है.
मुख्य सचिव ने कहा कि इस प्रदर्शनी के प्रति लोगों की रुचि को देखते हुए अब इसे मण्डल स्तर पर भी आयोजित कराया जाएगा, जिससे आम जनता और किसान इसका भरपूर लाभ प्राप्त कर सकें.
राज्यपाल ने प्रदर्शनी के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया. इसमें विभिन्न वर्गों की प्रतियोगिताओं में राजभवन के उद्यान ने सबसे ज्यादा पुरस्कार हासिल किए. राजभवन उद्यान के अधीक्षक धीरेन्द्र मिश्रा ने बताया कि राजभवन की उद्यान टीम ने कुल 10 ट्राफी और सर्वाधिक 180 अंक प्राप्त कर यह उपलब्धि हासिल की.
उन्होंने बताया राजभवन उद्यान ने श्रेष्ठ नर्सरी की प्रतियोगिता 'चल वैजयंती' का 11 हजार रुपये का पुरस्कार भी प्राप्त किया. राजभवन उद्यान ने यह सफलता लगातार छठी बार हासिल की है.
व्यक्तिगत वर्ग में लखनऊ के किसान विश्व नारायण श्रीवास्तव ने अपने बागवानी हुनर का प्रदर्शन कर सर्वाधिक 108 अंक अर्जित कर 51 हजार रुपये का प्रथम पुरस्कार जीता. उन्हें नर्सरी वर्ग में भी पहला स्थान मिला. जबकि ओमप्रकाश भोला की नर्सरी को 96 अंकों से साथ 31 हजार रुपये का द्वितीय पुरस्कार और लखनऊ के लाॅ मार्टीनियर कालेज की नर्सरी को 11 हजार रुपये का तृतीय पुरस्कार मिला.
इस अवसर पर राज्यपाल ने कृषि विज्ञान केन्द्र, फतेहपुर के वैज्ञानिक (पादप सुरक्षा) डाॅ. जगदीश किशोर और कृषि विज्ञान केन्द्र, मैनपुरी के पशुपालन विशेषज्ञ डाॅ. देवेन्द्र स्वरूप को उल्लेखनीय शोध के लिए सम्मानित किया.
राज्यपाल ने बताया कि हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजभवन की मेहमान बनीं थीं. उस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने बागवानी का उत्कृष्ट नमूना बनकर उभरे राजभवन के उद्यानों की जमकर तारीफ की. वह यहां इस्तेमाल हो रही बागवानी तकनीकों को राष्ट्रपति भवन के उद्यान में लागू करने के लिए इनके फोटो एवं वीडियो फुटेज भी बनवा कर ले गईं.
राज्यपाल ने उद्यान विभाग द्वारा निरन्तर सफलतापूर्वक इस प्रदर्शनी का आयोजन करने और राजभवन के उद्यान को देश में नजीर के तौर पर पेश करने लायक बनाने की सराहना की. राज्यपाल ने कहा कि इस प्रदर्शनी में जनसामान्य की व्यापक रुचि को देखते हुए उन्होंने न केवल प्रदर्शनी के समय को बढ़ाया, बल्कि प्रदर्शनी देखने आए लोगों के लिए राजभवन के उद्यान को भी खोलने के आदेश दिए. जिससे प्रदर्शनी देखने आए लोग राजभवन की वाटिकाओं को भी देख कर बागवानी के लिए प्रेरित हो सके.
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