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आगरा से 6000 क्विंटल आलू का हुआ निर्यात, इस सीजन में 30 लाख टन हो सकती है पैदावार

आगरा से 6000 क्विंटल आलू का हुआ निर्यात, इस सीजन में 30 लाख टन हो सकती है पैदावार

आगरा से इस सीजन में 6000 क्विंटल आलू का निर्यात किया गया है. इसमें 3000 क्विंटल आलू मलेशिया भेजा गया है जबकि 3000 क्विंटल आलू दुबई और कतर में भेजा गया है. आगरा में आलू की बंपर पैदावार हुई है. किसानों ने करीब 74000 हेक्टेयर में आलू की खेती की थी.

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आगरा में इस साल आलू की बंपर पैदावार हुई है आगरा में इस साल आलू की बंपर पैदावार हुई है

उत्तर प्रदेश के आगरा में इस बार बंपर पैदावार हुई है. पिछली बार आलू के अधिक रहने से इस बार किसानों ने बड़ी मात्रा में आलू उगाए. लेकिन अधिक पैदावार होने से आलू के दाम गिर गए. यहां तक कि अच्छी कीमत के लिए किसानों ने विरोध प्रदर्शन भी किया. आगरा में आलू के उत्पादन का पैमाना इस बात से समझ सकते हैं कि इस बार यहां का आलू मलेशिया, कतर और दुबई में निर्यात किया गया है. किसानों की सरकार से एक मांग यह भी थी कि आलू के रेट बढ़ाने के लिए सरकार निर्यात पर जोर दे. लिहाजा खाड़ी के कुछ देशों के अलावा मलेशिया में भी आगरा का आलू भेजा गया है. 

आगरा से इस सीजन में 6000 क्विंटल आलू का निर्यात किया गया है. इसमें 3000 क्विंटल आलू मलेशिया भेजा गया है जबकि 3000 क्विंटल आलू दुबई और कतर में भेजा गया है. आगरा में आलू की बंपर पैदावार हुई है. किसानों ने करीब 74000 हेक्टेयर में आलू की खेती की थी. खेतों में उगाई गई आलू की फसल की 80 फीसद खुदाई का काम निपट चुका है. अब तक करीब 25 लाख टन आलू की पैदावार हो चुकी है. बाकी वर्षों के मुकाबले इस साल आलू की बंपर पैदावार से किसानों में खुशी है. 

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अब किसानों को बाजार में आलू की अच्छी कीमत मिल रही है. उन्नत किस्म का आलू करीब 800 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचा जा रहा है. आगरा में इस बार आलू की कई वेरायटी सामने आई हैं. आलू की अलग-अलग वेराइटी में 302, 2001, कुफरी बहार, कुफरी नीलकंठ, कुफरी चंबल, 3797 आलू की किस्में आगरा के किसानों ने उगाई है. कई स्थानों पर अभी आलू की खुदाई की जा रही है. माना जा रहा है कि आलू की पैदावार अभी और बढ़ सकती है. 

एक्सपर्ट बताते हैं कि आलू की पैदावार 25 लाख टन से बढ़कर 30 लाख टन तक पहुंच सकती है. हालांकि मंडी में आलू की कीमतें अभी कम हैं, लेकिन आगे दाम बढ़ने की संभावना है. किसानों का कहना है कि इस बार उन्हें अच्छी कीमतें मिलने की पूरी उम्मीद है. किसानों का यह भी कहना है कि आलू की फसल काफी अच्छी हुई है जिससे उनकी उम्मीद और अधिक बढ़ गई है. 

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दूसरी ओर, उद्यान विभाग के उप निदेशक ने बताया कि आलू किसानों की हरसंभव मदद की जा रही है. आलू भंडारण के लिए कोल्ड स्टोरेज में पर्याप्त व्यवस्थाएं करवा दी गई हैं. किसानों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी. किसानों से अपील की गई है कि वे अपने आलू का भंडारण सही समय पर कर लें ताकि समय आने पर उन्हें आलू की उचित कीमत बाजार से मिल पाए. आगरा के किसान सोमबीर यादव कहते हैं, पिछले साल की तुलना में इस बार अच्छी फसल हुई है. उन्नत किस्म का आलू 800 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक जा रहा है. एक और किसान लखन सिंह त्यागी ने कहा कि इस बार का उत्पादन देखकर वे बेहद खुश हैं.(रिपोर्ट/अरविंद शर्मा)