बाबा रामदेव हर साल बहराइच से 50,000 टन हल्दी खरीदेंगे, FPO के साथ हुआ करार

बाबा रामदेव हर साल बहराइच से 50,000 टन हल्दी खरीदेंगे, FPO के साथ हुआ करार

देशभर में सरकार हर जिले में एक उत्‍पाद घोषित कर उसकी मार्केटिंग और व्‍यापार को बढ़ावा दे रही है. इसी प्रकार एक जिला-एक उत्‍पाद योजना के तहत बहराइच की औषधीय गुणों से भरपूर हल्‍दी को पहचान दिलाने की कोश‍िश की जा रही है. इसी क्रम में योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि‍ ने जिले से हर साल 50 हजार टन तक हल्‍दी खरीदने का फैसला किया है. किसानों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी.

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बाबा रामदेव हर साल बहराइच से 50,000 टन हल्दी खरीदेंगे, FPO के साथ हुआ करारबहराइच के किसानों से हल्‍दी खरीदेगी योगगुरु रामदेव की कंपनी

उत्‍तर प्रदेश के बहराइच जिले में ‘एक जिला एक उत्‍पाद’ के तहत हल्‍दी और इससे बने उत्‍पादों को प्रमोट किया जा रहा है. अब इस क्रम में यहां के किसानों से हल्‍दी खरीदने के लिए किसान उत्‍पादक संगठनों के साथ योगगुरु बाबा रामदेव ने बड़ी डील की है. रामदेव ने शनिवार को पतंजलि योगपीठ में जिले के तीन किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. जिलाध‍िकारी मोनिका रानी ने सोमवार को बताया कि समझौते के तहत रामदेव हर साल बहराइच से 50,000 टन हल्दी खरीदेंगे.

बहराइच की जिलाध‍िकारी मोनिका रानी ने कहा कि एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के तहत हल्दी से बने उत्पादों के लिए बहराइच जिले को चुना गया है. डीएम ने कहा कि किसानों के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि योग गुरु बहराइच से हल्दी खरीदने के लिए आगे आए हैं. 

बहराइच की हल्‍दी में ज्‍यादा औषधीय गुण

डीएम ने कहा कि जिले में कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य से जुड़ा मिहीपुरवा तहसील की जमीन खेती के लिहाज से एक आदर्श स्थान है. यह जमीन प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर होने के साथ ही उपजाऊ और जलवायु के अनुकूल है. इस इलाके में भारी मात्रा में हल्दी, जिमीकंद और हरी सब्जियों की खेती की जाती है.

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डीएम ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि यहां की हल्दी में अन्य स्थानों की तुलना में औषधीय गुण बहुत अधिक ज्‍यादा होते हैं. हल्‍दी का उत्पादन और मार्केटिंग क्षेत्रीय किसान करते हैं, लेकिन हजारों किसानों को उनकी उपज की सही कीमत नहीं मिल पाती है. पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों के व्यापारी यहां के किसानों से सस्ते दामों पर हल्दी खरीदते हैं और इसे ऊंचे दामों पर आगे बेचते हैं. 

किसानों की आय बढ़ाने के लिए पहल

डीएम ने बताया कि करीब 2000 हेक्टेयर क्षेत्र में 20 से 25 टन प्रति हेक्टेयर प्रति वर्ष की दर से 45,000 से 50,000 टन हल्दी की बिक्री और मार्केटिंग के लिए शनिवार को रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड कंपनी के साथ समझौता हुआ है, जिससे जिले के किसानों को लाभ मिलेगा. डीएम मोनिका रानी ने बताया कि सीएम आदित्यनाथ के निर्देश पर जिले के किसानों की आय बढ़ाने और उनके सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से यह पहल की गई है.

आयुर्वेदिक दवाओं में बहराइच की हल्दी के इस्तेमाल से इसे जल्द ही राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी. डीएम ने यह भी बताया कि हल्दी उत्पादक किसानों को आयुर्वेद की आवश्यकता के अनुसार, गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रशिक्षण देने की व्यवस्था बहराइच, लखनऊ और पतंजलि (हरिद्वार) में की जा रही है. (पीटीआई)

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