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जल्द बदल सकता है मौसम, गेहूं सहित कई फसलों को हो सकता है नुकसान, बचाने के लिए करें ये उपाय

जल्द बदल सकता है मौसम, गेहूं सहित कई फसलों को हो सकता है नुकसान, बचाने के लिए करें ये उपाय

मौसम विभाग के मुताबिक 19 मार्च से बारिश के आसार हैं, जिससे गेहूं किसान काफी चिंतित हैं. पिछले कुछ दिनों की भीषण गर्मी गेहूं की फसल के लिए भी काफी नुकसानदेह साबित हुई थी. अब बारिश की आशंका ने किसानों को चिंतित कर दिया है.

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गेहूं की फसल को हो सकता है नुकसान गेहूं की फसल को हो सकता है नुकसान

मार्च माह में मौसम ने कई बार करवट ली है. पिछले कुछ दिनों से बढ़ रहे न्यूनतम तापमान की रफ्तार पर ब्रेक लग सकता है. 19 मार्च से मौसम एक बार फिर करवट लेने की संभावना है. हालांकि इस बदलाव से गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन गेहूं की फसल को नुकसान होने की भी आशंका है.

मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखेगा. मार्च के दूसरे सप्ताह में मौसम कुल मिलाकर साफ रहेगा, लेकिन 19 मार्च से पूर्वी यूपी के कुछ जिलों में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में यह बदलाव होगा. पश्चिमी यूपी के जिलों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा और यहां मौसम शुष्क रहेगा. हालांकि 15 मार्च से 19 मार्च तक पूर्वी यूपी में मौसम गर्म रहेगा, लेकिन 19 मार्च के बाद बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने 20 मार्च को भी प्रदेश में कई जगहों पर बारिश की संभावना जताई है.

तेजी से बढ़ रहा पारा 

पिछले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान तेजी से बढ़ रहा है. रात में बढ़ते तापमान से निपटने के लिए लोगों ने पंखे चलाना शुरू कर दिया है. कल आगरा में न्यूनतम तापमान 16.7 ℃, अलीगढ़ में 16.4 ℃, मेरठ में 14 ℃ और मुज़फ्फरनगर में 13.6 ℃ दर्ज किया गया. राज्य के अधिकांश जिलों में मार्च के तीसरे सप्ताह के अंत तक न्यूनतम तापमान बढ़कर 20 ℃ तक पहुंच जाएगा, जबकि मार्च के अंतिम सप्ताह में दिन का अधिकतम तापमान 40 ℃ और न्यूनतम तापमान 40 ℃ तक पहुंचने की संभावना है. 25 ℃ तक पहुंचने की उम्मीद है.

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गेहूं की फसल पर पड़ेगा प्रभाव

मौसम विभाग के मुताबिक 19 मार्च से बारिश के आसार हैं, जिससे गेहूं किसान काफी चिंतित हैं. पिछले कुछ दिनों की भीषण गर्मी गेहूं की फसल के लिए भी काफी नुकसानदेह साबित हुई थी. अब बारिश की आशंका ने किसानों को चिंतित कर दिया है.

गेहूं की फसल को बचाने के लिए क्या करें उपाय

यदि गेहूं की फसल को उच्च तापमान से बचाने के लिए कुछ उपाय किए जाएं तो फसल को बचाया जा सकता है और नुकसान से बचा जा सकता है. अत्यधिक गर्मी से गेहूं की फसल को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए जो उपाय अपनाए जा सकते हैं वे इस प्रकार हैं-

  • गेहूं की फसल को बढ़ते तापमान के प्रभाव से बचाने के लिए फसल पर दाना भरते समय और दाना बनते समय सिलिकिक एसिड 15 ग्राम प्रति 100 लीटर पर्ण स्प्रे का छिड़काव करना चाहिए.
  • सिलिकिक एसिड का पहला छिड़काव झंडापत्ता अवस्था में और दूसरा छिड़काव दूधिया अवस्था में करना चाहिए.
  • गेहूं की फसल में आवश्यकतानुसार हल्की सिंचाई करके भी फसल पर तापमान के प्रभाव को कम किया जा सकता है.
  • गेहूं की फसल पर 0.2 प्रतिशत म्यूरेट ऑफ पोटाश या 0.2 प्रतिशत पोटैशियम नाइट्रेट का छिड़काव करने से भी नुकसान से बचा जा सकता है. यह छिड़काव 15 दिन के अंतराल पर दो बार किया जा सकता है.
  • गेहूं की फसल में बाली आने पर 10 ग्राम एस्कॉर्बिक एसिड प्रति 100 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव कर सकते हैं. इससे बढ़े हुए तापमान का असर फसल पर नहीं पड़ता है.
  • देर से बोई गई गेहूं की फसल में पोटैशियम नाइट्रेट 13:0:45, चिलेटेड जिंक, चिलेटेड मैंगनीज का छिड़काव करना भी अच्छा रहता है.
  • यदि मौसम में बदलाव के कारण गेहूं की फसल में झुलसा रोग का प्रकोप दिखाई दे तो इसके नियंत्रण के लिए किसानों को प्रोपीकोनाजोल एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर 10 से 12 दिन के अंतराल पर दो बार छिड़काव करना चाहिए.