UP: आम महोत्सव में फर्जी किसान बन इनाम पाने वाला अफसर शुभम सिंह निलंबित, जानिए क्या था पूरा माजरा

UP: आम महोत्सव में फर्जी किसान बन इनाम पाने वाला अफसर शुभम सिंह निलंबित, जानिए क्या था पूरा माजरा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर आम की बागवानी में बेहतर काम करने वाले किसानों और निर्यातकों को सम्मानित भी किया था.

Advertisement
UP: आम महोत्सव में फर्जी किसान बन इनाम पाने वाला अफसर शुभम सिंह निलंबित, जानिए क्या था पूरा माजराउद्यान विशेषज्ञ शुभम सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी.

Uttar pradesh News: राजधानी लखनऊ के आम महोत्सव में फर्जी किसान बनकर इनाम लेने के मामले में दोषी पाए गए बस्ती में तैनात उद्यान विशेषज्ञ शुभम सिंह को यूपी सरकार ने निलंबित कर दिया है. इस मामले में दो कर्मियों के खिलाफ पहले की कार्रवाई हो चुकी है. इससे पहले शासन ने निर्देश पर संयुक्त निदेशक उद्यान के चालक राम सुभावन को निलंबित और माली संजय को सेवा से बर्खास्त किया था.

अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा कि आम महोत्सव के बारे में हुई ऑनलाइन बैठक में औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र बस्ती के प्रदर्शों हेतु स्टाल लगाने एवं अन्य क्रियाकलापों तथा दायित्वों हेतु स्पष्ट रूप से निर्देशित किए जाने के बावजूद सिंह द्वारा प्राप्त निर्देशों एवं दायित्वों का निर्वहन न करते हुए निजी क्षेत्र के आम उत्पादकों के बीच हुई इस प्रतियोगिता में अनधिकृत रूप से प्रतिभाग कर पुरस्कार प्राप्त किया गया, जिससे विभाग एवं सरकार की छवि खराब हुई. उद्यान विशेषज्ञ शुभम सिंह को तात्कालिक प्रभाव से निलंबित कर अनुशासनात्मक कार्यवाही संस्थित की जाती है. उन्होंने कहा कि निलंबन अवधि में वो उद्यान निदेशालय लखनऊ से संबद्ध रहेंगे.

इस बीच यह प्रकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आया था. जहां मंडलायुक्त और डीएम बस्ती से इसकी रिपोर्ट मांगी गई थी. आयुक्त की भेजी गई रिपोर्ट पर शासन स्तर से कार्रवाई शुरू हुई. माली की सेवा से बर्खास्तगी संयुक्त निदेशक ने जबकि चालक के निलंबन की कार्रवाई निदेशक स्तर से की गई है. वहीं तीसरे आरोपित उद्यान विशेषज्ञ शुभम सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी.

कैसे हुआ था फर्जीवाड़ा

उत्तर प्रदेश आम महोत्सव में आम की किस्मों के आधार पर यह पुरस्कार केवल आम उत्पादक किसानों को ही दिया जाता है. बस्ती जिले से भी आम उत्पादक किसान प्रदर्शनी में भाग लेने गए थे. बस्ती जिले के किसानों के रंगीन आमों की किस्मों को पुरस्कार नहीं मिला. लेकिन किसानों की जगह बस्ती उद्यान विभाग में कार्यरत शुभम सिंह नाम के कर्मचारी ने दो पुरस्कार झटक लिए.

यह भी पढ़ें- UP News: यूपी में स्वदेशी गाय की नस्ल सुधार के लिए मिलेंगे 15 हजार, जानें क्या है यूपी सरकार की योजना

माली संजय ने चार और संयुक्त निदेशक के ड्राइवर राम सुभावन ने एक पुरस्कार पाया. इस दौरान संयुक्त निदेशक अतुल कुमार सिंह महोत्सव स्टॉल पर ही मौजूद रहे. अधिकारियों से जब इस वाकये की जानकारी मांगी गई तो उन्होंने टालमटोल किया. साफ-साफ कुछ भी जवाब नहीं दिया. 

आम महोत्सव में लगी थी प्रदर्शनी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित अवध शिल्पग्राम में इस साल आम की सैकड़ों प्रजातियों की प्रदर्शनी लगी थी. आम महोत्सव में आम की करीब 725 से भी अधिक प्रजातियां पेश की गईं जिसे उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, और उत्तराखंड के किसान लेकर आए थे. लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में चला यह आम महोत्सव इतना प्रभावी रहा कि लखनऊ सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों के हजारों किसान इसमें पहुंचे थे. इन किसानों ने सफल बागवानों से आम की बागवानी के टिप्स भी लिए. इन लोगों ने न केवल आम की किस्मों की जानकारी ली बल्कि आम और आम से बने उत्पाद भी खरीदे. 

सीएम योगी ने किसानों को किया था सम्मानित

इस महोत्सव में 50 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए जिसमें 725 से ज्यादा आम की किस्में शामिल हुए थे. 300 से ज्यादा आम किसानों ने अपनी उपज पेश की. इस मौके पर आम से बने उत्पाद जैसे हैंडीक्राफ्ट, फूड स्टॉल आदि के साथ आम खाने की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर आम की बागवानी में बेहतर काम करने वाले किसानों और निर्यातकों को सम्मानित भी किया था.


 

POST A COMMENT