Arecanut Farming: बस एक बार करें इस पेड़ की खेती, दो पीढ़ियां बैठकर कमाएंगी तगड़ा मुनाफा

Arecanut Farming: बस एक बार करें इस पेड़ की खेती, दो पीढ़ियां बैठकर कमाएंगी तगड़ा मुनाफा

Supari Ki Kheti: बरसात आते ही किसान कई अलग-अलग प्रकार की बागवानी फसलों यानी फलों के पेड़ लगाने लगते हैं. ऐसे में आम हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताएंगे जिसे लगाने के बाद आप 70 साल तक कमाई कर सकते हैं. 

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बस एक बार करें इस पेड़ की खेती, दो पीढ़ियां बैठकर कमाएंगी तगड़ा मुनाफासुपारी की खेती: Supari ki kheti

अच्छी कमाई के लिए बागवानी फसलों के तौर पर किसान आम, अमरूद और संतरे जैसे फलों की खेती को चुनते हैं, लेकिन बहुत से किसानों को अब भी ये नहीं पता है कि इसके अलावा भी कई ऐसे बागवानी फसलें हैं, जिनकी खेती करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. आज हम आपके लिए एक ऐसी ही बागवानी फसल के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप 2 या 3 नहीं, बल्कि पूरे 70 वर्षों तक पैदावार ले सकते हैं, यानी कि आप और आपकी एक और पीढ़ी केवल एक ही बार लगाई फसल से शानदार कमाई कर सकती है. इस फसल का नाम है सुपारी. ऐसे में आइए जानते हैं कैसे करें इसकी खेती और कितनी होगी कमाई.

सुपारी का उत्पादन और इस्तेमाल

भारत सुपारी की खेती के मामले में दुनियाभर में पहले नंबर पर आता है. वहीं, आमतौर पर सुपारी का सबसे ज्यादा इस्तेमाल पान, माउथ फ्रेशनर, गुटखा मसाले आदि में होता है. वहीं, भारतीय हिंदू परिवारों में किसी भी शुभ काम की शुरुआत के लिए होने वाली पूजा में इसका खास महत्व है. धार्मिक अनुष्ठान सुपारी के बगैर पूरे नहीं होते हैं. इतना ही नहीं सुपारी में कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. इसलिए कई तरह की बीमारियों से बचाव के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में हमारे देश में ही सुपारी की बहुत ज्यादा मांग है, जिसके चलते यह बहुत ऊंचे दामों पर बिकती हैं. इसकी खेती से किसान तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं.

जानिए कैसे करें सुपारी की खेती

सुपारी के पौधों की रोपाई के लिए सबसे अच्छा समय जून-जुलाई का होता है. इसकी खेती किसी भी तरह की मिट्टी में की जा सकती है, लेकिन दोमट चिकमी मिट्टी इसके लिए सबसे बढ़िया होती है इसकी खेती के लिए भुरभुरी मिट्टी की जरूरत होती है. इसके लिए खेत की रोटावेटर से जुताई करनी चाहिए. सुपारी के पौधों को करीब ढाई मीटर की दूरी पर लगाना चाहिए. जिन गड्ढों में सुपारी के पौधों की रोपाई की जाती है, उनमें पहले गोबर या कंपोस्ट खाद डालना जरूरी होता है. वहीं, तैयार किए गए गड्ढों में सुपारी के पौधे लगाएं और नियमित रूप से सिंचाई करें.  

70 सालों तक मिलती है पैदावार

सुपारी की खेती के लिए सबसे पहले सुपारी के बीजों से इसके पौधों की नर्सरी तैयार की जाती है. उसके बाद पौधों की रोपाई की जाती है. सुपारी के पेड़ दिखने में एकदम नारियल के पेड़ जैसे ही होते हैं. दरअसल, सुपारी के पेड़ों की लंबाई लगभग 50 से 70 फुट तक होती है. वहीं, इन पेड़ों से किसानों को 5 से 7 साल में पैदावार मिलने लगती है. सुपारी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि एक बार इसकी खेती कर देने के बाद आप अगले 70 वर्षों तक फल ले सकते हैं.  

किसानों को इतना होता है मुनाफा

सुपारी के पौधे तकरीबन 5 से 8 सालों के बीच पैदावार देना शुरू कर देते . इसके फलों की तुड़ाई तभी करें जब इसका तीन-चौथाई हिस्सा पक गया है. बता दें मार्केट में किसानों को सुपारी के अच्छे दाम मिलते हैं. इसकी कीमत तकरीबन 400 रुपये से लेकर 600 रुपये प्रति किलो तक होती है. इस हिसाब से अगर एक एकड़ में किसान सुपारी की खेती करते हैं तो बंपर मुनाफा कमा सकते हैं. खेत में पेड़ों की संख्या के हिसाब से ये मुनाफा लाखों  तक पहुंच सकता है.

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