केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किसानों को लेकर बड़ी घोषणा की है. इनोवेटिव काम करने के लिए जाने जाने वाले गडकरी ने नागपुर में बताया कि वो भविष्य में किसानों को लेकर अपना कैसा प्लान बना रहे हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वो स्मार्ट विलेज तैयार कर रहे हैं. स्मार्ट विलेज में 5 लाख रुपये में किसानों को घर मिलेगा. किसानों को 5 लाख रुपये में ही खुद का प्लॉट मिलेगा. लाइफटाइम घर पर बिजली और पानी भी मुफ्त मिलेगा. वो ऐसा प्रोजेक्ट ला रहे हैं. दरअसल, गडकरी ऐसे नेता है जिनके बारे में लोग कहते हैं कि उन्होंने अपना काम बहुत तेजी से किया है. खास तौर पर सड़कों को लेकर उनके काम की काफी चर्चा होती है.
साथ ही महाराष्ट्र के विदर्भ रीजन में किसानों की हो रही आत्महत्या पर कहा कि अब स्थिति काफी बदल रही है. यहां गन्ने की खेती से काफी किसानों की स्थिति स्ट्रांग हुई है. वह किसान कर्ज मुक्त हो गए हैं. अब संतरे का उत्पादन कैसे बढ़ाया जाए इस पर कार्य चल रहा है. न सिर्फ संतरे बल्कि सोयाबीन और कपास प्रति एकड़ उत्पादन कैसे बढ़ाया जाए इस पर काम चल रहा है. एक एकड़ में सोयाबीन की पहले के मुताबिक कैसे बंपर पैदावार हो और इसके लिए किस तरह के बीजों की जरूरत है, इस पर काम चल रहा है.
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गडकरी ने कहा कि कोशिश और काम करने पर कपास का उत्पादन 25 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो सकता है. इस कार्य पर जोर दिया जा रहा है. गडकरी ने कहा कि कुछ कमियां हैं, कुछ गलतियां हैं, कुछ जमीन की प्रॉब्लम हैं और कुछ पानी का अभाव है. इन समस्याओं को मात देकर नई टेक्नोलॉजी ला कर किसानों को समृद्ध बनाएंगे. उन्हें पहले के मुकाबले ज्यादा सक्षम बनाएंगे. बता दें कि महाराष्ट्र में कपास, सोयाबीन और संतरा ये सब राज्य की प्रमुख फसलों में आती हैं.
केंद्रीय मंत्री गडकरी किसानों को लेकर पहले भी कुछ अलग सोचते रहे हैं. उन पर अलग बयान देते रहे हैं. पहले वो यह कह चुके हैं कि आत्मनिर्भर भारत तभी बन सकता है जब किसान खुशहाल होगा. वो यह भी कह चुके हैं कि देश में पैसे की नहीं बल्कि ईमानदारी से काम करने वाले नेताओं की कमी है. देश के हर गांव को स्मार्ट विलेज में बदलने की जरूरत है. वो किसानों से खेती में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने का कई बार आह्वान कर चुके हैं. उनका मानना है कि अगर किसान को समृद्ध बनना है तो उसे इथेनॉल जैसे उत्पाद की तरफ बढ़ना होगा. हमारा किसान अन्नदाता है, लेकिन अब उसे ऊर्जादाता बनना पड़ेगा.
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