पंजाब में चालू रबी खरीद सीजन में गेहूं की खरीद में पिछले साल की तुलना में बेहतर होने की उम्मीद है. हालांकि इस साल मार्च के महीने में हुए बेमौसम बारिश में फसल को काफी नुकसान हुआ है. दरअसल पंजाब खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य के अनाज मंडियों में फसल की लगातार आ रही आवक को देखते हुए पंजाब को केंद्रीय पूल के लिए 120 लाख मीट्रिक टन (एक मीट्रिक टन में 10 क्विंटल होते हैं) गेहूं खरीदने की उम्मीद है. यह खरीद पिछले साल की 96.47 लाख मीट्रिक टन की तुलना में अधिक है. पिछले साल गेहूं कटाई से पहले यानी मार्च के महीने में तापमान में अचानक वृद्धि के कारण गेहूं उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था.
वहीं इस साल मार्च और अप्रैल में यानी गेहूं के कटाई के समय मोगा, फाजिल्का, मुक्तसर और पटियाला जिलों सहित पंजाब के कई स्थानों पर हुए बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने गेहूं सहित अन्य रबी फसलों को नुकसान पहुंचाया, लेकिन इसके बावजूद भी सरकारी खरीद केंद्राें पर गेहूं की बंपर आवक हो रही है.
इस साल पंजाब में 34.90 लाख हेक्टेयर के कुल बोए गए क्षेत्र में से लगभग 14 लाख हेक्टेयर पर प्रतिकूल मौसम का प्रभाव पड़ा है और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि फसल की कुल उपज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. हालांकि फसल काटने के दौरान राज्य के कृषि विभाग ने औसतन 47.24 क्विंटल प्रति हेक्टेयर या 19 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज देखी. फसल कटाई के परिणामों को देखकर विभाग को उम्मीद है कि गेहूं का उत्पादन 160-165 लाख मीट्रिक टन होगा.
पंजाब कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रति एकड़ 19 क्विंटल की उपज पूरे पंजाब का काफी सालों से औसत उपज रहा है. इसलिए कुल उपज में उतना नुकसान नहीं होगा जितना हम पहले से उम्मीद कर रहे थे. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि कुछ जिलों में नुकसान होगा.
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पंजाब ने 2021 में 48 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और 2022 में लगभग 44 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की कुल उपज देखी है. वहीं इस साल खराब मौसम की स्थिति के कारण किसानों ने सूखे और टूटे अनाज और चमक खोने की सरकार से शिकायत की है. पंजाब सरकार ने भी किसानों को रियायत देते हुए केंद्र से गेहूं खरीद के मानदंडों में ढील देने की सिफारिश की है.
खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारी के अनुसार राज्य में अब तक 60.86 लाख मीट्रिक टन फसल की आवक हो चुकी है. इनमें से 54.91 लाख मीट्रिक टन सरकारी एजेंसियों और 2.50 लाख मीट्रिक टन जी व्यापारियों ने खरीदा है. वहीं अधिकारी ने कहा कि मंडियों में प्रतिदिन करीब छह लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक हो रही है. चूंकि खराब मौसम की वजह से फसल कटाई में थोड़ी देरी हुई है. इसलिए फसल की आवक अप्रैल से आगे बढ़ सकती है.
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