Onion Price: महाराष्ट्र में कितना है प्याज का थोक दाम, बाकी मंडियों के जान लें भाव

Onion Price: महाराष्ट्र में कितना है प्याज का थोक दाम, बाकी मंडियों के जान लें भाव

किसानों का कहना है कि निर्यात बंदी के बावजूद पिछले कुछ दिनों से प्याज का दाम ठीक मिल रहा है. हमें उम्मीद है कि रबी सीजन में सरकार किसानों को डिस्टर्ब नहीं करेगी. अगर करेगी तो किसान प्याज को स्टोर करेंगे. एक्सपोर्ट पर रोक की वजह से पूरा खरीफ सीजन बर्बाद हो गया. दिसंबर में जब खरीफ सीजन का प्याज आना शुरू हुआ था तभी सरकार ने एक्सपोर्ट पर रोक लगाकर दाम को बुरी तरह से गिरा दिया था. 

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 Onion Price: महाराष्ट्र में कितना है प्याज का थोक दाम, बाकी मंडियों के जान लें भाव प्याज़ की कीमतों में हुई बढ़ोतरी

प्याज की निर्यात बंदी के तीन महीने पूरे होने वाले हैं. इन तीन महीनों के दौरान किसानों ने निर्यात बंदी खत्म होने की कई उम्मीदें कीं लेकिन सरकार ने उसे तोड़ दिया. अब यही अनुमान लगाया जा रहा हैं कि पूरे मार्च महीने में निर्यात पर रोक लगी रहेगी. उसके बाद यह फैसला वापस हो जाएगा. जहां तक दाम की बात करें तो अभी किसानों को न तो बहुत कम दाम मिल रहा है और न ज्यादा. इसलिए फिलहाल दाम को लेकर ज्यादा शोर शराबा नहीं हो रहा और किसान भी मार्च खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं. महाराष्ट्र एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में प्याज का दाम अभी न्यूनतम 2 रुपये से लेकर औसतन 10 और अधिकतम 25 रुपये प्रति किलो तक चल रहा है.

महाराष्ट्र प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक है. जहां पर देश का लगभग 43 प्रतिशत प्याज पैदा होता है. इसलिए निर्यात बंदी का सबसे ज्यादा विरोध यहीं हो रहा था. प्याज का दाम यहां पर एक राजनीतिक मुद्दा है. किसान इस बार चुनाव में उन लोगों को सबक सिखाने की योजना बना रहे हैं जिनकी वजह से प्याज की खेती में उनका लाखों का नुकसान हुआ है. राज्य में प्याज प्रमुख फसल है इसलिए बड़े पैमाने पर लोगों का घर इसकी खेती से चलता है.

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पूरा खरीफ सीजन हो गया बर्बाद

किसानों का कहना है कि निर्यात बंदी के बावजूद पिछले कुछ दिनों से प्याज का दाम ठीक मिल रहा है. हमें उम्मीद है कि रबी सीजन में सरकार किसानों को डिस्टर्ब नहीं करेगी. अगर करेगी तो किसान प्याज को स्टोर करेंगे. एक्सपोर्ट पर रोक की वजह से पूरा खरीफ सीजन बर्बाद हो गया. दिसंबर में जब खरीफ सीजन का प्याज आना शुरू हुआ था तभी सरकार ने एक्सपोर्ट पर रोक लगाकर दाम को बुरी तरह से गिरा दिया था. 

किस मंडी में कितना है दाम  

  • हिंगोना  मंडी में 1 मार्च को स‍िर्फ 3 क्व‍िंटल प्याज आया तब भी यहां न्यूनतम दाम 1500 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा और अध‍िकतम दाम 1800 जबक‍ि औसत दाम1800 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल 
  • खेड़ा में स‍िर्फ 185 क्व‍िंटल प्याज की आवक हुई, इसके बावजूद न्यूनतम दाम 1300 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. जबक‍ि अधिकतम दाम 2000 और औसत दाम 1600 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा.
  • अकोला मंडी में 1415 क्व‍िंटल प्याज की आवक हुई.  न्यूनतम दाम स‍िर्फ 1200 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल म‍िला. अध‍िकतम दाम 
  • 2000 और औसत दाम 1600 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 
  • नंदूबर मंडी में 130 क्व‍िंटल प्याज की आवक हुई,  न्यूनतम दाम 1400, अध‍िकतम 1580 और 
  • औसत दाम 1450 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल ही रहा.

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