scorecardresearch
Onion Price: क्या रबी सीजन का प्याज स्टोर कर रहे हैं किसान, क्यों भविष्य में दाम बढ़ने की है उम्मीद

Onion Price: क्या रबी सीजन का प्याज स्टोर कर रहे हैं किसान, क्यों भविष्य में दाम बढ़ने की है उम्मीद

केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार प्याज का उत्पादन इस साल पूरे देश में कम हो सकता है. जिसमें सबसे ज्यादा कमी महाराष्ट्र में 34.31 लाख टन की हो सकती है. इसलिए किसानों को उम्मीद है कि दाम आगे चलकर बढ़ सकते हैं. रबी सीजन का प्याज ही स्टोर करने लायक होता है जो अप्रैल-मई से दिवाली तक चलता है.

advertisement
प्याज़ का मंडी भाव प्याज़ का मंडी भाव

रबी सीजन का प्याज अब ज्यादातर किसानों के खेतों में तैयार हो गया है और वो उसे बाहर निकालने में लगे हैं. इसकी वजह से मंडियों में आवक बढ़ने लगी है. व्यापारी इसे किसानों से खरीद कर स्टोर कर रहे हैं, ताकि लोकसभा चुनाव के बाद अगर निर्यातबन्दी खत्म हो तब मुनाफा कमाया जा सके. जिन किसानों के पास प्याज को रखने की जितनी क्षमता है वो भी उतनी स्टोर करने की कोशिश कर रहे हैं. जिससे कि आगे चलकर निर्यातबन्दी की वजह से हुए घाटे की भरपाई की जा सके. महाराष्ट्र देश का लगभग 43 प्रतिशत प्याज उत्पादन करता है और राज्य के कुल उत्पादन में लगभग 65 प्रतिशत का योगदान रबी सीजन के प्याज का होता है. यही प्याज स्टोर करने लायक होता है. 

केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार प्याज का उत्पादन इस साल पूरे देश में कम हो सकता है. जिसमें सबसे ज्यादा कमी महाराष्ट्र में 34.31 लाख टन की हो सकती है. इसी प्रकार कर्नाटक में 9.95 लाख टन, आंध्र प्रदेश में 3.54 लाख टन और राजस्थान में 3.12 लाख टन कम रहने का अनुमान लगाया गया है. इस कारण आगे चलकर प्याज महंगा हो सकता है. इसलिए किसान इसे स्टोर कर रहे हैं. क्योंकि इस समय प्याज की जितनी आवक होनी चाहिए वैसी नहीं दिख रही है.

ये भी पढ़ें:  Onion Export Ban: जारी रहेगा प्याज एक्सपोर्ट बैन, लोकसभा चुनाव के बीच केंद्र सरकार ने किसानों को दिया बड़ा झटका

हिंगणा मंडी में 1700 दाम हुआ

इस बीच निर्यातबन्दी जारी रहने के बावजूद अब कई मंडियों में न्यूनतम दाम में सुधार देखा जा रहा है. नागपुर जिले की हिंगणा मंडी में 28 मार्च को प्याज का न्यूनतम दाम 1700 और अधिकतम 2000 रुपये प्रति क्विंटल रहा. पुणे जिले की मंचर मंडी में 9838 क्विंटल प्याज बिकने के लिए आया. इसके बावजूद न्यूनतम दाम 1000 रुपये प्रति क्विंटल रहा. इसी प्रकार पुणे की ही खेड़ चाकण मंडी में न्यूनतम दाम 1200 रुपये प्रति क्विंटल रहा. किसानों का कहना है जब तक उन्हें 3000 रुपये क्विंटल का दाम नहीं होगा तब तक फायदा नहीं होगा.

किस मंडी में कितना है दाम  

  • खेड़ मंडी में 29 मार्च को 75 क्विंटल प्याज बिकने के लिए आया. यहां न्यूनतम दाम 1300, अधिकतम 1800 और औसत दाम 1600 रुपये प्रति क्विंटल रहा. 
  • पुणे में 10 क्विंटल प्याज की आवक हुई. न्यूनतम दाम 1000, अधिकतम 1600 और औसत दाम 1400 रुपये प्रति क्विंटल रहा. 
  • सतारा जिले मंडी में  365 क्विंटल प्याज की आवक हुई.  न्यूनतम दाम 1000, अधिकतम 1500 और औसत दाम 1250  रुपये प्रति क्विंटल रहा. 
  • हिंगना मंडी में सिर्फ 4 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 1600, अधिकतम 1600और औसत दाम 1600 रुपये प्रति क्विंटल रहा.

ये भी पढ़ें: नास‍िक की क‍िसान ललिता अपने बच्चों को इस वजह से खेती-क‍िसानी से रखना चाहती हैं दूर