कृषि मंत्रालय की संयुक्त सचिव डॉ. विजया लक्ष्मी नडेंदला ने ग्लोबल मिलेट्स (श्रीअन्न) सम्मेलन में कहा कि "हमें मिलेट की वैल्यू चेन के सभी क्षेत्रों में रिसर्च एवं डेवलपमेंट करना चाहिए. साथ ही उत्पादन, प्रोसेसिंग और भंडारण के ज्ञान को एक साथ जोड़कर उपभोक्ताओं तक पहुंचाना चाहिए. "मिलेट को सफलता की कहानी बनाने के लिए महिला सशक्तिकरण का अवसर" विषय पर एक अलग सत्र में बोलते हुए डॉ. नदेंडला ने कहा कि पारंपरिक, बागवानी या किसी भी अन्य फसल के बावजूद कृषि में महिलाओं का योगदान बहुत अधिक है.
नडेंदला ने कहा कि चूंकि सरकार मिलेट की खेती का प्रचार कर रही है और इसकी मांग बढ़ रही है, इसलिए उम्मीद है कि अधिक महिलाएं मिलेट की खेती से जुड़ेंगी, जिसके लिए कौशल और क्षमता निर्माण की आवश्यकता होगी. मुझे पूरी उम्मीद है कि मांग बढ़ेगी और बाजार बढ़ेगा. निर्यात की भी बड़ी संभावनाएं हैं. इससे किसानों को फायदा होगा. उन्होंने सरकार के 10,000 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के कार्यक्रम पर भी बात की, जिसमें कहा गया कि सरकार विशेष रूप से शत-प्रतिशत महिला एफपीओ को बढ़ावा दे रही है और प्रत्येक एफपीओ के निदेशक मंडल में एक महिला को शामिल करने के लिए एक दिशानिर्देश जारी किया गया है.
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मिलेट पर फिक्की टास्क फोर्स के अध्यक्ष जितेंद्र जोशी ने कहा, "मिलेट पौष्टिक रूप से समृद्ध है, खेती करने में आसान और बिना किसी पर्यावरणीय प्रभाव वाली किसान-अनुकूल फसल है. मिलेट व्यक्तिगत स्वास्थ्य के साथ वैश्विक स्वास्थ्य के लिए भी एक समाधान है. उन्होंने कहा, हमें अपने मिलेट्स को विश्व मानचित्र पर पहुंचाने की जरूरत है. विश्व खाद्य कार्यक्रम के उप कार्यकारी निदेशक मनोज जुनेजा ने कहा कि मिलेट खाद्य और पोषण सुरक्षा, जैव विविधता को बढ़ावा देने और किसानों को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा, "यह उचित समय है जब हम मिलेट के ब्रांड को पुनर्जीवित करें और सशक्त खाद्य प्रणालियों को बढ़ावा दें. आईटीसी लिमिटेड के कृषि और आईटी व्यवसाय के ग्रुप हेड शिवकुमार एस. ने मिलेट वैल्यू चेन को सशक्त बनाने पर बल दिया, जो मिलेट को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि मिलेट्स के हितधारकों की भागीदारी इस तरह के तालमेल बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं.
शेफ हरपाल सिंह सोखी ने कहा कि मिलेट भारत के मोती हैं, मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय मिलेट (श्रीअन्न) वर्ष अभियान वैश्विक मंच पर एक जीवन शैली उत्पाद के रूप में एक स्थायी भारतीय उत्पाद बनाने की दिशा में बड़ा कदम है. इसके अलावा, जस्ट ऑर्गेनिक के संस्थापक और एमडी पंकज अग्रवाल ने बीज कंपनियों से लेकर किसानों और शेफ से लेकर बाजारों तक और अंत में उपभोक्ताओं तक सभी हितधारकों से सहयोगात्मक भागीदारी का आह्वान किया.
बरमाल्ट माल्टिंग इंडिया की सीईओ अक्षी जिंदल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि मिलेट के साथ काम करना आसान है और इसमें अनंत संभावनाएं हैं. मिलेट की पोषण विशेषज्ञ लवनीत बत्रा ने कहा कि हमारा पारंपरिक मुख्य पैदावार भविष्य का भोजन, कुपोषण और मोटापे के दोहरे बोझ के लिए एक साथ एक स्थायी समाधान हो सकता है. उन्होंने कहा कि मिलेट जीवन के सभी चरणों- शिशु से लेकर युवा और वृद्ध तक के लिए आवश्यक है, किंतु जागरूकता एक मुद्दा है.
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