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इस तकनीक से कमरे में उगाएं सब्जियां, मिट्टी की भी नहीं पड़ेगी जरूरत, होगी बंपर पैदावार

इस तकनीक से कमरे में उगाएं सब्जियां, मिट्टी की भी नहीं पड़ेगी जरूरत, होगी बंपर पैदावार

हाइड्रोपोनिक विधि से खेती करने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसके लिए मिट्टी और खेत की जरूरत नहीं पड़ती है. आप कम जगह में बहुत सी सब्जियां उगा सकते हैं. खास बात यह है कि आप घर के अंदर भी सब्जियां उगा सकते हैं. वहीं, कई जगह लोग पॉली हाउस और बेसमेंट में भी हाइड्रोपोनिक विधि से फार्मिंग कर रहे हैं.

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अब कमरे में उगाएं हरी सब्जियां. (सांकेतिक फोटो) अब कमरे में उगाएं हरी सब्जियां. (सांकेतिक फोटो)

जब भी खेती किसानी की बात होती है, तो लोगों के जेहन में सबसे पहले गांव और खेत की तस्वीर उभर कर सामने आती है. लोगों को लगता है कि खेती सिर्फ गांवों में ही की जाती है और इसके लिए खेत भी होना जरूरी है. लेकिन वर्तमान समय में विज्ञान इतना अधिक विकसित हो गया है कि अब आप बिना मिट्टी के ही घर की छत, बालकनी और कमरे के अंदर खेती कर सकते हैं. बस इसके लिए आपको हाइड्रोपोनिक तकनीक को अपनाना होगा. इस तकनीक के माध्यम से आप पानी में खेती कर सकते हैं. यह खेती की सबसे आधुनिक विधि है. शहरों में काफी लोग इस तकनीक से खेती कर रहे हैं.

दरअसल, हाइड्रोपोनिक्स एक ऐसी तकनीक है, जिसके जरिए आप बिना मिट्टी का इस्तेमाल किए खेती कर सकते हैं. इस तकनीक से खेती करने पर पौधें की जड़ें पाइप के अंदर पानी में लटकती रहती हैं. जड़ों के माध्यम से फसल की सिंचाई की जाती है. ऐसे इस तकनीक से खेती करने के लिए लगभग 15 से 30 डिग्री तापमान होना चाहिए. साथ ही हाइड्रोपोनिक सिस्टम में हम जिन पोषक तत्वों का उपयोग करते हैं, वे मछली के मलमूत्र, बत्तख की खाद या रासायनिक उर्वरक से आते हैं.

पॉलीहाउस जैसा स्ट्रक्चर तैयार करना पड़ेगा

अगर आप हाइड्रोपोनिक्स तकनीक से खेती करना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले एक पॉलीहाउस जैसा स्ट्रक्चर तैयार करना पड़ेगा. इससे तापमान को नियंत्रित करने में आसानी होगी. अगर आप चाहें, तो खुले में भी इस तकनीक से खेती कर सकते हैं. अगर आप सब्जी की खेती करना चाहते हैं, तो इसके लिए पाइपों से एक आयताकार स्ट्रक्चर तैयार करना हेगा, ताकि इन पाइपों में पानी बहता रहे. फिर आप इन पाइपों में ऊपर की ओर छेद कर के पौधे लगा सकते हैं.

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इन सब्जियों की करें खेती

पाइप में पानी जमा रहता है और पौधों की जड़ें पानी में डूबी रहती हैं. वहीं, इस पानी में सभी तरह के पोषक तत्वों को मिला दिया जाता है. ऐसे में जड़ों के माध्यम से पौधों को पोषक तत्व मिलते रहते हैं. खास बात यह है कि हाइड्रोपोनिक्स तकनीक छोटे किस्म के पौधों की खेती के लिए बहुत कारगर सिद्ध हो रहा है. इस विधि से आप गाजर, शिमला मिर्च, शलजम, मूली, मटर, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी, तरबूज, अजवाइन, तुलसी, खरबूजा, अनानास, टमाटर और भिंडी जैसी सब्जियां की खेती कर सकते हैं.

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