राजस्थान के जालौर जिले में पिछले तीन-चार दिनों से बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए अलर्ट के बाद कल शाम को जालौर जिला मुख्यालय सहित जिले के अलग-अलग इलाकों में मूसलाधार बारिश का दौर देखने को मिला, जिससे जनजीवन खासा प्रभावित हो गया. वहीं, लगातार हो रही बारिश के चलते जिले की कई नदियां उफान पर आ गई हैं, जिससे किसानों को फसलों की चिंता सताने लगी है. साथ ही कई जगहों पर फसलों को भारी नुकसान भी पहुंचा है.
रविवार रात हुई तेज मूसलाधार बारिश के बाद किसानों को फसलों की चिंता सताने लगी है. कई जगह पर किसानों के फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. मूंग और बाजरे की फसल के लिए किसानों को अब बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है, क्योंकि कई जगहों पर खेतों में लबालब पानी भरे होने से फसलें सड़ने लगी हैं. फसलों के अलावा फलों को भी भारी नुकसान हुआ है. कई जगहों पर अनार खेतों में गिर गए हैं. वहीं, लगातार बारिश का सिलसिला जारी है जिससे और भी हालत बिगड़ने की संभावना है. इसको लेकर प्रशासन की ओर से निचले इलाकों और नदी बहाव क्षेत्र में रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील भी की गई है.
जालौर आहोर मार्ग पर बनी पुलिया जवाई नदी में जलस्तर बढ़ने डूब गई है. वहीं, प्रशासन ने लोगों को नदी नालों को पार करने से बचने की अपील की है. प्रशासन अलर्ट मोड पर है, जिले में मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. जगह-जगह पर जलभराव और नदी नालों के उफान पर आने की वजह से कई रास्तों का आवागमन बंद हो गया है. साथ ही कई गांव के संपर्क मुख्य मार्ग से टूट चुका है.
जिले में लगातार हो रही बारिश से जलस्रोत लबालब भरने लगे हैं. रविवार सुबह 8 बजे तक प्राप्त बारिश केंद्रों की रिपोर्ट के अनुसार, कई तहसीलों में सामान्य औसत से कहीं अधिक बारिश हुई है. जालोर तहसील में रविवार को 202 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जिससे जून से अब तक कुल 1306 मिमी और जनवरी से अब तक 1342 मिमी बारिश हो चुकी है. इसी प्रकार सांचोर में 210 मिमी, चितलवाना में 201 मिमी और आहोर में 102 मिमी बरसात हुई.
इस बीच तेजी से बढ़ रही बारिश के चलते जवाई बांध का जलस्तर भी 59.80 फीट तक पहुंच गया है. बांध की कुल क्षमता 6948.00 एमसीटीटी है. ऐसे में प्रशासन ने किसानों और आमजन को सावधानी बरतने की अपील की है. वहीं, कई ग्रामीण अंचलों में जहां किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे, वो अच्छी बारिश से काफी खुश हैं. (नरेश कुमार की रिपोर्ट)
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today