किसानों की फसलें बर्बादमहाराष्ट्र के सोलापुर में बारिश आफत बनकर बरस रही है. दरअसल, लगातार हो रही बारिश से यहां के लाखों किसान प्रभावित हुई है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश से सोलापुर जिले में फसलों, घरों और सड़कों को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि करमाला तालुका में एक व्यक्ति की मौत हो गई है और मृतका शांताबाई वाघ के परिवार को सीधे बैंक खाते में आर्थिक सहायता दी जा रही है.
एक अधिकारी ने बताया कि जिले के 91 राजस्व क्षेत्रों में से 43 में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है. कई क्षेत्रों में 65 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है. उजानी और सिना नदियों से पानी छोड़े जाने के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है, जिससे कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है और सड़क संपर्क टूट गया है.
उन्होंने कहा कि जून से 18 सितंबर के बीच जिले में वार्षिक औसत बरसात का 95.95 प्रतिशत बारिश हुई है. इस दौरान 448 गांव प्रभावित हुए और लगभग 1.86 लाख किसानों की फसलें बर्बाद होने की खबर है. बाढ़ का पानी 3,434 लोगों के घरों में घुस गया, जिससे 276 घर क्षतिग्रस्त हो गए है. वहीं, इस विनाशकारी बारिश से कुल 28 मवेशी और 15,000 से ज्यादा मुर्गियां मर गई हैं.
महाराष्ट्र के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री जयकुमार गोरे ने प्रशासन को नुकसान का आकलन (पंचनामा) जल्दी करने और राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. गोरे ने कहा है कि 65 मिमी से ज़्यादा बारिश वाले इलाकों में आकलन पूरा करने में कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए. किसी भी तरह की चूक की ज़िम्मेदारी संबंधित उप-मंडल अधिकारियों की होगी. नए ई-केवाईसी के लिए मुआवजे में देरी नहीं होनी चाहिए. साथ ही राहत राशि जल्द से जल्द सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा की जानी चाहिए.
मंत्री ने नगर निगम अधिकारियों को सोलापुर शहर में क्षतिग्रस्त घरों का 'पंचनामा' तैयार करने को कहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी बाढ़ दोबारा ना आए इसके लिए स्थायी उपाय सुझाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने लोक निर्माण विभाग और जिला परिषद के अधिकारियों को ग्रामीण सड़कों और सरकारी भवनों को हुए नुकसान का दस्तावेजीकरण करने को भी कहा है. (सोर्स- PTI)
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today