हरियाणा में भले ही एजेंसियों ने खरीदे गए स्टॉक का शीघ्र उठान सुनिश्चित करने के लिए सरसों की खरीद बंद कर दी है, लेकिन रखरखाव की व्यवस्था अच्छी नहीं होने के चलते अनाज खुले आसमान के नीचे बारिश में भीग रहे हैं. खबर है कि भिवानी और चरखी दादरी जिलों में एजेंसियों ने रबी फसलों की खरीद बंद कर दी है, लेकिन यहां पर आज अभी भी फसल के स्टॉक खुले आसमान के नीचे पड़े हुए हैं. वहीं, चरखी दादरी में शनिवार को बारिश होने से ये स्टॉक भिग गए
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, चरखी दादरी आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार रिटोलिया ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को खरीद बंद कर दी और अधिकारियों से सरसों के स्टॉक का शीघ्र उठान सुनिश्चित करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि हालांकि बारिश ने अधिकारियों की खराब तैयारियों की पोल खोल दी है. सरसों का अधिकांश स्टॉक खुले में पड़ा हुआ है. इसे सूखने में करीब 5-6 दिन का समय लगेगा. उन्होंने कहा कि स्टॉक को कुछ नुकसान होने की भी संभावना है.
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वहीं, भिवानी, हिसार, जींद और फतेहाबाद जिलों में बारिश की संभावना के साथ, किसान और आढ़ती अनाज मंडियों में पड़े स्टॉक को लेकर चिंतित हैं. भिवानी के उपायुक्त नरेश नरवाल ने आज और कल नौ मंडियों में खरीद बंद करने और खरीदी गई सरसों की फसल के उठान में तेजी लाने के आदेश जारी किए. पहले से खरीदी गई उपज हर जगह पड़ी होने के कारण, बाजारों में नई आवक को समायोजित करने के लिए जगह नहीं है. डीसी ने कहा कि जिले के बाजारों में सरसों की बंपर आवक देखी गई है. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि सरसों मंडियों में पड़ी न रहे, कुछ मंडियों में अगले दो दिनों तक कोई खरीद नहीं होगी.
11 अप्रैल तक 15,40,495 क्विंटल सरसों भिवानी मंडी में लाई गई और 12,28,081 क्विंटल का उठान होना बाकी है. आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार रिटोलिया ने बताया कि चरखी दादरी मंडी में करीब 5.25 लाख क्विंटल सरसों की आवक हुई, जिसमें से 2 लाख क्विंटल उपज अभी भी वहीं पड़ी हुई है. हिसार में लगभग 5.5 लाख क्विंटल सरसों की आवक हो चुकी है, जिसमें से कल तक लगभग 2.3 लाख क्विंटल उपज का उठाव हो चुका है.
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