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गेहूं बेचने वाले क‍िसानों की बल्ले-बल्ले, खाते में पहुंचे 41 हजार करोड़ रुपये

गेहूं बेचने वाले क‍िसानों की बल्ले-बल्ले, खाते में पहुंचे 41 हजार करोड़ रुपये

Wheat Msp Payment: भारतीय खाद्य न‍िगम के मुताबिक गेहूं की एमएसपी के तौर पर अभी 50 हजार करोड़ रुपये का भुगतान है बकाया. जल्द ही क‍िसानों को म‍िलेगी यह रकम. पंजाब, मध्य प्रदेश और हर‍ियाणा के क‍िसानों को म‍िली सबसे ज्यादा रकम. 

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गेहूं खरीद का क‍ितना हुआ भुगतान (Photo-Kisan Tak).  गेहूं खरीद का क‍ितना हुआ भुगतान (Photo-Kisan Tak).

देश में प‍िछले साल के मुकाबले तेज गत‍ि से गेहूं की सरकारी खरीद जारी है. अब तक एमएसपी पर 250 लाख मीट्र‍िक टन से अध‍िक गेहूं खरीदा जा चुका है. इस बीच एमएसपी की रकम का भुगतान भी हो रहा है. रबी मार्केट‍िंग सीजन 2023-24 में सात मई तक 41742.92 करोड़ रुपये का भुगतान क‍िसानों को उनके बैंक खातों में क‍िया जा चुका है. जबक‍ि अभी 50471.69 करोड़ रुपये बकाया हैं. इस साल सरकार 2125 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल की दर से सरकार किसानों से गेहूं खरीद रही है. लेक‍िन, अगर गेहूं की गुणवत्ता खराब है तो प्रत‍ि क्व‍िंटल पांच से लेकर 37 रुपये तक कटौती हो रही है. हर‍ियाणा और पंजाब में राज्य सरकार इस कटौती की भरपाई खुद कर रही हैं. इसल‍िए इन दोनों सूबों में गेहूं की सरकारी खरीद अच्छी है. 

एफसीआई के मुताब‍िक पंजाब के क‍िसान सरकार को गेहूं बेचने में सबसे आगे हैं इसल‍िए यहां पर एमएसपी का सबसे ज्यादा पैसा गया है. सात मई तक पंजाब में 22907.39 करोड़ रुपये का भु्गतान हो चुका है, जबक‍ि 24050.47 करोड़ रुपये बकाया हैं. इसी तरह हर‍ियाणा के क‍िसानों के 10621.45 करोड़ रुपये म‍िल चुके हैं जबक‍ि 12450.14 करोड़ रुपये अभी बकाया हैं. दूसरी ओर मध्य प्रदेश में क‍िसानों को 7908 करोड़ रुपये म‍िले हैं और 13558 करोड़ रुपये बकाया हैं. राजस्थान में एमएसपी के तौर पर 7.93 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है जबक‍ि 94.06 करोड़ रुपये बाकी हैं. 

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हर‍ियाणा में स‍िर्फ 72 घंटे में भुगतान 

इस बार एमएसपी का भु्गतान सीधे क‍िसानों के बैंक अकाउंट में हो रहा है जबक‍ि पहले क‍िसानों के माध्यम से होता था. अभी गेहूं की खरीद जारी है इसल‍िए एमएसपी पर भुगतान की रकम और बढ़ेगी. हर‍ियाणा सरकार ने तो फसल ब‍िक्री के स‍िर्फ 72 घंटे के भीतर भुगतान करने का दावा क‍िया है. गेहूं की सबसे ज्यादा ब‍िक्री आमतौर पर पंजाब, हर‍ियाणा और मध्य प्रदेश में होती है और इन्हीं प्रदेशों को एमएसपी की सबसे ज्यादा रकम म‍िलती है. 

यूपी में क‍ितना भुगतान

हर सीजन में एमएसपी बढ़ रही है इसल‍िए क‍िसानों को म‍िलने वाली एमएसपी की रकम में भी इजाफा हो रहा है. उत्तर प्रदेश में सात मई तक स‍िर्फ 1,53,854 मीट्र‍िक टन गेहूं ही एमएसपी पर खरीदा गया है. इसल‍िए वहां अब तक स‍िर्फ 293.35 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है. जबक‍ि 312.61 करोड़ रुपये अभी बकाया हैं. ह‍िमाचल प्रदेश में महज 4.41 करोड़ रुपये की पेमेंट हुई है जबक‍ि 5.23 करोड़ रुपये बकाया है. 

गेहूं खरीद का अपडेट

आठ मई तक की खरीद की बात करें तो करीब 250 लाख मीट्र‍िक टन गेहूं खरीदा जा चुका है. इस अवध‍ि में प‍िछले साल स‍िर्फ 176 लाख मीट्र‍िक टन की खरीद हुई थी. चालू रबी मार्केट‍िंग सीजन 2023-24 में आठ मई तक सबसे अध‍िक 118 लाख मीट्र‍िक टन गेहूं पंजाब ने खरीदा है. इसाी तरह 65.33 लाख मीट्र‍िक टन के साथ दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश और करीब 62 लाख मीट्र‍िक टन के साथ तीसरे नंबर पर हर‍ियाणा है. राजस्थान में 2.6 और उत्तर प्रदेश में 1.65 लाख मीट्र‍िक टन गेहूं खरीदा जा चुका है.   

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