हरियाणा में गेहूं खरीदने की प्रक्रिया जोरों पर चल रही है. सभी अनाज मंडियां गेहूं और सरसों से भरी हुई हैं. किसान अपनी फसल मंडी में बेचने के लिए ला चुके हैं लेकिन धीमी उठान की वजह से आढ़ती और किसान दोनों परेशान हैं. क्योंकि मौसम विभाग बार-बार बरसात आने की चेतावनी दे रहा है और ज्यादातर गेहूं खुले में है पड़ा है. उठान न होने के कारण उसकी खरीद नहीं हो सकी है. वही मंडी प्रशासन का कहना है कि वे एजेंसियों को बार-बार कह रहे हैं कि उठान करें. अंबाला मंडी सचिव के अनुसार अब तक 1 लाख 38 हजार क्विंटल की आवक हो चुकी है. जिसमें से 1 लाख 30 हज़ार की खरीद हो चुकी है. लेकिन सिर्फ 43,500 क्विंटल का ही उठान हो सका है.
इस बार किसानों की गेहूं की फसल अच्छी हुई है.ज्यादातर ख़राब मौसम रहने के बावजूद भी किसानों को फायदा हुआ है. वो अपनी फसल मंडी में लाकर गेट पास के जरिए बेच रहे है. लेकिन कुछ फसल अभी भी खेतो में पकी खड़ी है, जिसे किसान काट कर मंडी में ला रहे हैं. मंडी में फसल लेकर पहुंचे किसान गुरविंद्र सिंह का कहना है कि उन्होंने पूरी फसल मंडी लाकर बेच दी है, जिसकी कुछ की पेमेंट खाते में आ गई है. अभी कुछ पेमेंट बाकी है.
ये भी पढ़ें: नासिक की किसान ललिता अपने बच्चों को इस वजह से खेती-किसानी से रखना चाहती हैं दूर
आढ़ती अजय कुमार का कहना है कि किसान अपनी ज्यादातर फसल बेच चुका है. अब आगे की जिम्मेवारी आढ़ती की है. अगर बरसात आती है तो नुकसान आढ़ती का ही होगा. मौसम विभाग ने अब भी 25 - 26 तारीख की बरसात बताई हुई है. उनके पास कुछ ही तिरपाल है, जबकि गेहूं बहुत ज्यादा है. ऐसे में धीमी उठान के कारण चिंता बढ़ी हुई है. कई बार मंडी प्रशासन को गेहूं उठान के लिए कह चुके हैं लेकिन फिर भी यह काम बहुत धीमा है. अगर इसी तरह से उठान धीमा रहा तो ज्यादा नुकसान हो सकता है.
अंबाला मंडी सचिव नीरज भारद्वाज का कहना है कि मंडी में अब तक 1 लाख 38 हज़ार क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है. जिसमें 1 लाख 30 हज़ार की खरीद कर चुके हैं. जबकि 43500 क्विंटल का ही उठान हुआ है. उनका कहना है कि उठान थोड़ा धीमा है जिसके लिए एजेंसियो को बार-बार कह चुके हैं कि वे जल्दी ही इसे ठीक करेंगे और उठान में तेज़ी लाएंगे. उनका कहना है आढ़ती पूरी कोशिश कर रहे हैं कि आने वाले समय में गेहूं न भीगे. उन्होंने बताया कि अब तक 2400 गेट पास कट चुके है.
ये भी पढ़ें: Onion Export Ban: जारी रहेगा प्याज एक्सपोर्ट बैन, लोकसभा चुनाव के बीच केंद्र सरकार ने किसानों को दिया बड़ा झटका
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today