दिल्ली-NCR में महंगाई की मार, 300 रुपये धनिया तो 180 रुपये किलो शिमला मिर्च, जानें आलू, टमाटर का रेट

दिल्ली-NCR में महंगाई की मार, 300 रुपये धनिया तो 180 रुपये किलो शिमला मिर्च, जानें आलू, टमाटर का रेट

मई में 30 रुपये किलो मिलने वाला खीरा अब 60 रुपये प्रति किलो हो गया है. इसी तरह बीन्स 120 रुपये प्रति किलो है. विक्रेताओं ने कहा कि उन्होंने ग्राहकों को सब्जी के साथ अतिरिक्त धनिया और हरी मिर्च देना बंद कर दिया है, क्योंकि उनके दाम बहुत बढ़ गए हैं.

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दिल्ली-NCR में महंगाई की मार, 300 रुपये धनिया तो 180 रुपये किलो शिमला मिर्च, जानें आलू, टमाटर का रेटहरी सब्जियों की कीमत में उछाल. (सांकेतिक फोटो)

भीषण गर्मी के बाद प्री-मॉनसून बारिश की दस्तक के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में आलू, प्याज और टमाटर सहित अधिकांश हरी सब्जियां महंगी हो गई हैं. इससे आम जनता का बजट बिगड़ गया है. वहीं, थोक व्यापारियों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों में टमाटर और हरी सब्जियों की कीमतों में उछाल आया है, क्योंकि इनकी सप्लाई पहले के मुकाबले कम हो गई है. खांडसा मंडी में सोमवार को आलू का थोक भाव 20-25 रुपये प्रति किलोग्राम था, जो 12-20 हफ्ते पहले के भाव से लगभग दोगुना है. सोमवार को ग्राहकों को रिटेल मार्केट में आलू 40-50 रुपये किलो बेचा जा रहा था.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी तरह प्याज और टमाटर के दामों में भी 20-30 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी देखी गई. ग्राहक इन सब्जियों को 50-60 रुपये प्रति किलोग्राम पर खरीद रहे हैं. आम तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली अन्य सब्जियों की कीमत भी बहुत ज़्यादा है. अभी शिमला मिर्च 180 रुपये प्रति किलो है, जबकि कुछ हफ्ते पहले तक यह 50 रुपये किलो थी. इसी तरह लहसुन भी 180 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, जबकि पहले थोक में इसका रेट 90 रुपये था.

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बींस का क्या है रेट

खास बात यह है कि मई में 30 रुपये किलो मिलने वाला खीरा अब 60 रुपये प्रति किलो हो गया है. इसी तरह बीन्स 120 रुपये प्रति किलो है. विक्रेताओं ने कहा कि उन्होंने ग्राहकों को सब्जी के साथ अतिरिक्त धनिया और हरी मिर्च देना बंद कर दिया है, क्योंकि उनके दाम बहुत बढ़ गए हैं. धनिया 300 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, जो कुछ हफ़्ते पहले 100 रुपये था. यानी इसकी कीमत में तीन गुना ज्यादा बढ़ी है. सोमवार को हरी मिर्च 160 रुपये प्रति किलो थी. सेक्टर 10ए के पास एक विक्रेता राजू ने कहा कि बारिश की कमी और अत्यधिक गर्मी ने फसल उत्पादन को प्रभावित किया है. उन्होंने कहा कि कीमतें 10-20 रुपये प्रति किलो बढ़ गई हैं. बिना ज़्यादा मुनाफ़े के बेचने के बावजूद, ग्राहक कम खरीद रहे हैं.

60 रुपये किलो लौकी

सेक्टर 44 में काम करने वाले कपिल राघव ने बताया कि टमाटर की कीमत 50 रुपये हो गई है. यहां तक ​​कि भिंडी, लौकी और लौकी जैसी दूसरी सब्जियां भी 60 रुपये प्रति किलो हैं. पहले ये 40 रुपये प्रति किलो के आसपास थीं. हर हफ्ते कीमतें बढ़ती दिख रही हैं. ऐसे में घर का बजट चलाना मुश्किल हो रहा है. सेक्टर 15 के निवासी कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि मॉनसून के दौरान सब्जियों के दाम आमतौर पर बढ़ जाते हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन अभी मॉनसून शुरू भी नहीं हुआ है. अगर कीमतें बढ़ती रहीं तो कीमतों को संभालना बहुत मुश्किल हो जाएगा. 

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क्या कहते हैं ग्राहक

गुड़गांव मार्केट कमेटी के सचिव और कार्यकारी अधिकारी बसंत कुमार यादव ने बताया कि अत्यधिक गर्मी से फसल की पैदावार पर असर पड़ता है, जिससे आपूर्ति में कमी आती है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हम सभी जगह पैदावार में कमी देख रहे हैं. आने वाला बरसात का मौसम फसलों के अगले चक्र को सहारा देगा, जिससे कीमतों में कुछ गिरावट आ सकती है. लेकिन अत्यधिक बारिश या खेतों में पानी भरने से खड़ी फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिससे मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर और बढ़ सकता है. 

 

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