बिहार में रबी अभियान के दौरान बीज का संकट गहरा गया है. फसलों के बीज के लिए राजकीय बीज भंडारों पर किसानों की भीड़ उमड़ रही है. लेकिन, बीज नहीं मिलने से किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. गोदामों पर बीज आते ही कुछ देर में ही समाप्त हो जा रहा है. ऐसे में खेत की नमी समाप्त होते देख किसान प्राईवेट दुकानों से बीज खरीदकर बुवाई कर रहे हैं. वहीं, बीज नहीं मिलने से कई किसानों की बुवाई पिछड़ रही है.
मुजफ्फरपुर जिले के प्रखंड कोर्डिनेटर ने कहा कि गेहूं की फसल की बुवाई के लिए प्रखंड स्तर पर आवंटित बीज समाप्त हो गया है. वहीं, जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि पर्याप्त मात्रा में बीज है. जिला पदाधिकारी सुब्रत सेन ने कहा कि कृषि पदाधिकारी को डिटेल मांगी गई है. वहीं, जरूरत पड़ी तो विभाग से और सप्लाई मंगाई जाएगी.
जिले में कई किसान गेहूं की बुवाई के लिए खेत जोत कर तैयार कर चुके हैं. लेकिन बीज के लिए कतारों में लगना पड़ रहा है, जिसकी वजह से कई किसान लाइन में लगने की बजाय ब्लैक में बीज खरीद रहे हैं. साथ ही मुजफ्फरपुर के किसान कृषि विभाग के अधिकारियों के लाल फीताशाही से काफी परेशान हैं.
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राघोपुर के किसान उमा शंकर राय का कहना है कि किसानों को सबसे ज्यादा परेशानी बुवाई के समय महंगे बीज और फसलों में डालने के लिए डीएपी और खाद की आती है. साथ ही सरकार के नियमों के तहत खाद मिलती है. किसान को अच्छे क्वालिटी के बीच और खाद की जरूरत होती है तो महंगे दामों से बाजार से खरीद करनी पड़ती है. इसके कारण किसानों को काफी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है. सरकारी दर 40 किलो का 940 रुपये तय है. लेकिन बाजारों में 2000 रुपये प्रति बोरा खरीदने को किसान मजबूर हैं. किसानों की इस परेशानी की जानकारी सरकार को भी है. लेकिन हल नहीं निकाला जा रहा.
वहीं, मुसहरी के किसान अंकित सिंह ने बताया कि बीज तो समय से मिलता ही नहीं, इसलिए महंगा खरीदारी करना पड़ता है. अब खेत तैयार है और बीज नहीं मिल रहा है. मजबूरी में महंगा बीज खरीदना पड़ेगा, नहीं तो खेत से नमी खत्म हो जाएगी.
20 सूत्री सदस्य सह जदयू नेता सुबोध कुमार सिंह का कहना है कि उन्हें भी खाद-बीज की कालाबाजारी की जानकारी है. उन्होंने सरकार को अवगत कराने के बाद जिलाधिकारी के संज्ञान में मामले को लाने के लिए मिलकर ज्ञापन भी सौंपा है.
पूरे मामले को लेकर मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन का कहना है कि जिले में बारह हजार क्विंटल बीज का आवंटन हुआ है. पिछले वर्ष भी इतना ही आवंटन हुआ था, जिला कृषि पदाधिकारी के मुख्यालय से बाहर होने के कारण किसानों को दिक्कत हो रही है. जल्द ही उनके आने के बाद समीक्षा कर विभाग को अतिरिक्त बीज का आवंटन के लिए अनुरोध किया जाएगा.
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