पर्व-त्योहार शुरू होने से पहले ही 160 रुपये किलो हुआ केला, इस वजह की अचानक बढ़ी कीमत

पर्व-त्योहार शुरू होने से पहले ही 160 रुपये किलो हुआ केला, इस वजह की अचानक बढ़ी कीमत

कर्नाटक में केले के प्रमुख उत्पादकों में से एक चामराजनगर में 1,104.7 एकड़ में केले की फल नष्ट हो गई है. जबकि, विजयनगर जिले में समय पर बारिश न होने से 238.8 हेक्टेयर में केले की फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं, इसके बाद लगातार बारिश होने से फलों पर भी लाल और काले धब्बे पड़ने लगे.

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पर्व-त्योहार शुरू होने से पहले ही 160 रुपये किलो हुआ केला, इस वजह की अचानक बढ़ी कीमतकेले की कीमत में बढ़ोतरी. (सांकेतिक फोटो)

त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले ही खाने-पीने की चीजें महंगी होने लगी हैं. खास कर बेंगलुरु में महंगाई का असर कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है. यहां पर रिटेल मार्केट में येलक्की किस्म के केले की कीमत 120 से 160 रुपये किलो हो गई है. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है. वहीं, व्यापारियों का कहना है कि त्योहारी सीजन शुरू होने पर इसकी कीमत में और बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसे में लोगों की चिंताएं और बढ़ गई हैं.

द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल केले की बुवाई के मौसम के दौरान बारिश न होने के कारण फसल का एक बड़ा हिस्सा बर्बाद हो गया. वहीं, बाद में बची हुई फसल को भारी बारिश से बहुत अधिक नुकसान पहुंचा. इससे केले के उत्पादन में गिरावट आ गई है. ऐसे में मार्केट में केले की कीमतें बढ़ रही हैं. बागवानी विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में भारी बारिश के कारण 1,737.7 हेक्टेयर रकबे में लगी केले की फसल बर्बाद हो गई. इससे अनुमानित 41.25 करोड़ का नुकसान हुआ है.

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क्यों हो रही केले की कीमतों में बढ़ोतरी

कर्नाटक में केले के प्रमुख उत्पादकों में से एक चामराजनगर में 1,104.7 एकड़ में केले की फल नष्ट हो गई है. जबकि, विजयनगर जिले में समय पर बारिश न होने से 238.8 हेक्टेयर में केले की फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं, इसके बाद लगातार बारिश होने से फलों पर भी लाल और काले धब्बे पड़ने लगे. इससे केले के खरीदार नहीं मिल रहे हैं. इसलिए, बाजार में आपूर्ति प्रभावित होने से केले की कीमतें में बढ़ोतरी हुई है. केला फल व्यापारी संघ के अध्यक्ष केजी पुरुषोत्तम ने बताया कि फिलहाल, थोक बाजार में येलक्की किस्म 95-100 रुपये प्रति किलो और रोबस्टा किस्म 29-30 रुपये प्रति किलो बिक रही है. खुदरा बाजारों और ऑनलाइन बिक्री प्लेटफार्मों पर येलक्की की कीमत 125-160 रुपये के बीच है, जबकि रोबस्टा की कीमत 40-50 रुपये प्रति किलो के आसपास है.

3,700 हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद

बागवानी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 2024 में भारी बारिश के कारण पूरे प्रदेश में लगभग 3,700 हेक्टेयर में लगी बागवानी फसल को नुकसान पहुंचा है. इससे 65.17 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है. हालांकि, केले के अलावा, प्याज, आम, मिर्च और अरहर की फसलें सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं. कुल मिलाकर, बागवानी फसलों के नुकसान के कारण शहर में फलों और सब्जियों की कीमतों में वृद्धि हुई है. हेब्बल की निवासी भाग्य लक्ष्मी ने कहा कि बाजार में अब कुछ भी खरीदना मुश्किल हो गया है, क्योंकि हम हर बार फसल के नुकसान के बारे में सुनते रहते हैं और हर फल और सब्जी की कीमत बढ़ती जा रही है. 

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