जम्मू-कश्मीर में एक बड़ी आबादी का जीवन खेती-बागवानी पर निर्भर है. ऐसे में जब भी क्षेत्र में खराब मौसम के कारण फसलों का नुकसान होता है तो सीधे यहां के लोगों की जीविका पर असर पड़ता है, क्योंकि उनके पार आय का कोई अन्य जरिया नहीं है. हाल ही में यहां शोपियां में ऐसा मंजर देखने को मिला, जब दर्जनभर से ज्यादा गांवों में बागवानी फसलों- सेब और चेरी को भारी नुकसान पहुंचा. यह घटना 2 जून दोपहर ढाई के करीब की थी, जब भीषण ओलावृष्टि ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया और इससे किसानों को गहरी आर्थिक चोट पड़ी. अब यहां के किसान फसल बीमा योजना के लाभ की मांग कर रहे हैं.
उसी शाम जब किसान अपने बागों में पहुंचे तो बर्बादी का मंजर देख उनके आंसू निकल आए. ‘बिजनेसलाइन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित हुए और लोगों ने किसानों के प्रति सहानुभूति जताई. वहीं, बागवानी विभाग ने भी नुकसान का आकलन कर मुआवजा देने की बात कही है.
शोपायां के हंडेव, डोबीपोरा, अलशिपोरा और वादीपोरा और द्राणी सहित घाटी के कई गांवों में लगभग संगमरमर के आकार के ओले गिरने से सैकड़ो एकड़ में बागवनी फसलें बर्बाद हुईं. ये इलाके हाई क्वालिटी वाले सेब और चेरी के उत्पादन के लिए जाने जाते हैं. किसानों ने बताया कि लगभग 15-20 मिनट तक चली ओलावृष्टि से सेब और अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है.
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बागवानी विभाग के अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक आकलन में 40 से 90 प्रतिशत नुकसान होने का अनुमान है. जिले के मुख्य बागवानी अधिकारी मुनीर अहमद ने बताया कि 14 गांवों में फसल प्रभावित हुई हैं. अभी नुकसान का आकलन किया जा रहा है. राजस्व और बागवानी विभाग भी नुकसान का आकलन कर रहा है.
क्षेत्र के किसानों ने नुकसान की भरपाई और प्राकृतिक आपदाओं से आजीविका की रक्षा के लिए फसल बीमा योजना की मांग कर रहे हैं. एक सेब किसान ने बताया कि वर्तमान में हमे सिर्फ 1000 से 1500 रुपये ही मुआवजा मिलता है, जिससे इनपुट लागत भी नहीं निकल पाती है.
भारतीय सेब किसान संघ (जम्मू और कश्मीर) के अध्यक्ष जहूर अहमद राथर ने कहा कि उनकी प्रमुख मांगों में से एक किसानों के लिए व्यापक फसल बीमा योजना शुरू करना है. मालूम हो कि साल 2016 में शुरू हुई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कई राज्यों में खरीफ और रबी फसलों पर बीमा कवरेज देती है. लेकिन क्षेत्र में यह योजना लागू नहीं है. अब किसानों इसे लागू करने की मांग तेज कर दी है.
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