आंध्र प्रदेश में कई दिनों से जारी बारिश और बाढ़ की वजह से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. राज्य में 1.7 लाख हेक्टेयर में खड़ी फसलें चौपट हो गई हैं. जबकि, 18 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बागवानी फसलों को नुकसान पहुंचा है. राज्य भर में करीब 2.35 लाख किसानों को नुकसान हुआ. इतना ही नहीं पानी के तेज बहाव से 3,973 किलोमीटर लंबाई तक की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. जबकि, ग्रामीण इलाकों में घरों को भी नुकसान पहुंचा है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बैंकों और बीमा कंपनियों से किसानों के फसल बीमा क्लेम 15 दिन के अंदर निपटाने को कहा है. आज 5 सितंबर को केंद्रीय टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर नुकसान का आकलन करेगी और राहत राशि देने की घोषणा करेगी.
आंध्र प्रदेश में कई दिनों से लगातार जारी मूसलाधार बारिश और बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 पहुंच गई है. राहत शिविरों में रहने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 45,369 हो गई है. अधिकारियों ने बुधवार की शाम को आंकड़े जारी किए. बताया गया कि एनटीआर जिले में विजयवाड़ा सबसे अधिक प्रभावित है. यहां 24 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा गुंटूर में 7 और पालनाडु में 1 व्यक्ति की मौत हो गई है.
एजेंसी के अनुसार आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बारिश और बाढ़ की वजह से राज्य में 1.7 लाख हेक्टेयर में खड़ी खरीफ फसलें चौपट हो गई हैं. जबकि, 18 हजार से अधिक हेक्टेयर क्षेत्र में बागवानी फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. कहा गया कि राज्य भर में करीब 2.35 लाख किसानों को नुकसान फसलों, मकान और मवेशियों के रूप में नुकसान हुआ है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बैंकरों और बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बुधवार को बैठक की और उनसे 10 दिनों में क्षतिग्रस्त वाहनों, फसलों और अन्य पर बीमा क्लेम का निपटान करने और 15 दिनों के अंदर हल करने का अनुरोध किया. मुख्यमंत्री ने बैंकों से बाढ़ पीड़ितों के कर्ज को रीशिड्यूल करने का अनुरोध किया है. कई कर्जदार पीड़ितों ने अपना सब कुछ खो दिया है और वे अपना जीवन फिर से शुरू करने की कगार पर हैं. सीएम ने बैंकरों से कहा कि वे बाढ़ पीड़ितों की किस्तों पर उपकरण खरीद और अन्य चीजों को लेकर दबाव न डालें. खासकर ऐसे समय में जब हजारों घर और वाहन जलमग्न हो गए हैं.
केंद्र सरकार का एक पैनल आंध्र प्रदेश में बारिश और बाढ़ से भीषण तबाही का आकलन करेगी. यह टीम आज गुरुवार को बाढ़ से तबाह कृष्णा, एनटीआर और गुंटूर जिलों का दौरा करेगी और पीड़ितों से बातचीत करेगी. केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सलाहकार केपी सिंह, केंद्रीय जल आयोग के निदेशक सिद्धार्थ मित्रा शामिल होंगे.
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