
महाराष्ट्र में प्याज की खेती करने वाले किसानों की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. पिछले कुछ महीनों से प्याज की कीमतों में भारी गिरावट देख जा रही है. इसके चलते किसान निराश हैं, किसानों का कहना हैं कि पिछले साल की तरह ही इस साल भी प्याज की गिरती कीमतों ने अब हमें रुलाने लगी है. इस समय राज्य की कई मंडियों में किसानों को प्याज का दाम सिर्फ एक रुपये प्रति किलो का भाव मिल रहा है. किसान बताते है कि जबकि प्रति किलो प्याज की खेती में 18 से 20 रुपये का खर्च आता है. ऐसे में किसान अपनी लागत तक नहीं निकाल पा रहे हैं. लेकिन, महाराष्ट्र के प्याज किसानों को प्याज बेचेने पर हुए 2 रुपये के भुगतान का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर गरमाया हुआ है. मामला सोलापुर के किसान से जुड़ा हुआ है, किसान ने मंडी में 402 kg यानी 4 क्विंटल प्याज बेचा, जिसके एवज में उसे सिर्फ 2 रुपये का भुगतान हुआ है. किसानों को 2 रुपये के भुगतान का चेक इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है
सोलापुर जिले के किसान राजेंद्र चव्हाण ने मंडी में 402 kg प्याज बेचा था. जिसकी कुल कीमत मंडी में 512 रुपये तक की गई, वहीं मंडी तक पहुंचाने समेत मजदूर खर्च के तौर पर किसान का खर्च 510 रुपये का रहा. किसान ने बताया कि हमाली यानि मंडी के मजदूर का खर्च 40.45 रुपये आया और तोलाई का खर्च 24.06 रुपये, मोटर किराया का खर्च 15 रुपये, नगद उठान 430 रुपये का खर्च काट गया. इस तरह किसान का कुल खर्च 510 रुपये रहा. ऐसे में किसान की बचत सिर्फ 2 रुपये हुई. जिसका भुगतान व्यापारी की तरफ से किसान को चेक के तौर पर किया गया.
व्यापरी द्वारा किसान को दिए गए 2 रुपये का चेक अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और किसानों की ओर से इस पर कड़ी प्रतिक्रियाएं देखी जा रही है. किसान गुस्से में बोल रहे है कि हुक्मरानों, कुछ तो शर्म करो किसानों को और कितना लुटोगे. किसान अपनी पीड़ा बताते हुए कहते है कि ऐसे लगातार सभी उपज कि कीमतों में गिरावट का आ रही है. ऐसे में किसान कैसे जियेगा.
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