
महाराष्ट्र के सतारा में बीते 24 घंटों से हो रही मूसलधार बारिश ने तबाही मचा रखी है. जिले में अब तक कुल 405 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जिससे खेती, मवेशी, सड़कें और घरों को भारी नुकसान हुआ है. जिले के बामणोली और तापोला इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 127.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है. वहीं, महाबलेश्वर, पंचगणी, आनेवाडी, पसरणी, केलघर, करहर और कुडाल में भी 100 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज हुई है. बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है.
भारी बारिश के कारण वडोली (भिकेश्वर) गांव में आधा एकड़ हल्दी की फसल पानी में बह गई, जबकि 6 बड़े मवेशी, 150 मुर्गियां मारी गईं और 40 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है. वहीं, कराड तालुका के संभाजी सूर्यवंशी (उम्र 70) की खेत में करंट लगने से मौत हो गई. वो खेत में खाद डालने खेत गए थे, लेकिन आंधी-बारिश के कारण टूटे हुए बिजली के तार से करंट की चपेट में आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
बेमौसम बारिश से नुकसान को लेकर किसान वर्ग में भारी आक्रोश है. उनका कहना है कि बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है, लेकिन अब तक मदद के लिए कोई नहीं पहुंचा है. किसानों ने प्रशासन से तुरंत पंचनामा कर उचित मुआवजे की मांग की है. वहीं, मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना जताई है. प्रशासन ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है और नालों, बिजली के तारों और तेज बहाव से दूर रहने की चेतावनी दी गई है.
वहीं, महाराष्ट्र के एक अन्य जिले वाशिम में पिछले 10 दिनों से लगातार बेमौसम बारिश हो रही है, इससे लोगों को लग रहा है कि यहां मॉनसून सबसे पहले जिले में आ गया है. शुक्रवार शाम को भी 5 से 6 बजे के बीच जिले के कई शहरी हिस्सों और देहातों में तेज हवा बेमौसम बारिश के साथ शुरू हुई. जिले के शिरपुर गांव में हुई जोरदार बारिश के कारण बस स्टैंड परिसर में जलजमाव नजर आया. बस स्टैंड परिसर के घरों और दुकानों में बारिश और नाली का गंदा पानी घुस जाने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. बारिश का पानी थम जाने से लोगों की मोटरसाइकिलों के आधे पहिए पानी डूब गए थे.
वहीं, रिसोड़ तहसील के घोटा फाटा के महादेव मंदिर के सामने स्थित रास्ते पर बिजली के खंबे गिर जाने से तार रास्ते पर आ गए और यातायात बाधित हो गया. फिर भी कई छोटे वाहन जानजोखिम में डालकर लटकते बिजली के तारों के नीचे से अपनी गाड़ियां ले जाते नजर आए. वहां मौजूद लोगों ने इसकी सूचना बिजली विभाग को देने के बाद तुरंत वहां बिजली विभाग की टीम पहुंची और तारों को काट कर अलग कर स्थिति नियंत्रित की. (वाशिम से जका खान का इनपुट)
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