देश में इस बार सोयाबीन का बंपर उत्पादन होने की उम्मीद है. सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी कि SOPA ने इस साल देश में सोयाबीन के उत्पादन का अनुमान 124.11 लाख टन बताया जा रहा है. पहले जारी किए गए अनुमान से यह ज्यादा है. इससे पहले सोपा ने देश में इस साल 120.39 लाख टन सोयाबीन निकलने का अनुमान बताया था. लेकिन नए अनुमान में उससे भी अधिक सोयाबीन की उपज मिलने की उम्मीद है. इससे सोयाबीन के निर्यात होने और तेल के दाम गिरने की संभावना बन है. हाल के दिनों में खाद्य तेलों के दाम जिस तरह से बढ़े हैं, उसे देखते हुए सोयाबीन का बंपर उत्पादन अच्छा संकेत है क्योंकि इससे तेल के दाम घटाने में मदद मिलेगी.
सोपा ने अभी हाल में अलग-अलग इलाकों में खेतों का सर्वे किया था जिसके आधार पर सोयाबीन के उत्पादन का अनुमान जारी किया गया है. अनुमान जताया गया है कि इस बार प्रति एकड़ 1084 किलो सोयाबीन का उत्पादन होगा जबकि पिछले अनुमान में 1051 किलो सोयाबीन निकलने की बात कही गई थी.
सोयाबीन उत्पादन में मध्य प्रदेश का स्थान पहले नंबर पर है. मध्य प्रदेश में इस बार 54.13 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन देखा जा सकता है जबकि पूर्व में यह अनुमान 53.26 लाख टन जताया गया था. सोपा ने कहा कि मध्य प्रदेश में इस बार 1069 किलो प्रति हेक्टेयर सोयाबीन निकल सकता है जबकि पूर्व में यह अनुमान 1051 किलो का था.
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सोयाबीन उत्पादन में महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है और यहां 49.25 लाख टन उत्पादन मिल सकता है. महाराष्ट्र में प्रति हेक्टेयर 1134 किलो सोयाबीन की उपज मिल सकती है जबकि पूर्व में यह अनुमान 1080 किलो प्रति हेक्टेयर का जताया गया था. सोयाबीन उत्पादन में देश में तीसरे नंबर पर राजस्थान है जहां इस बार 10.34 लाख टन उत्पादन मिल सकता है. पूर्व में यह अनुमान 9.85 लाख टन रहने का अनुमान जताया गया था.
इसी तरह के देश के अलग-अलग राज्यों में सोयाबीन उत्पादन का जो अनुमान जताया गया था, उसमें किसी तरह की तब्दीली का संभावना नहीं है. इन राज्यों में कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गुजरात आदि हैं. 'बिजनेसलाइन' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि किसान भविष्य में सोयाबीन की अच्छी कीमतों के लिए अपनी उपज को रोक कर रख रहे हैं. किसानों को भरोसा है कि आगे चलकर उन्हें सोयाबीन के अच्छे रेट मिलेंगे, इसलिए वे अपनी उपज को रोक कर चल रहे हैं.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि किसानों ने आधे से अधिक सोयाबीन को अभी नहीं बेचा है और उसे स्टोर करके रखा हुआ है. किसानों को उम्मीद है कि भविष्य में उन्हें सोयाबीन का दाम 7000 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल सकता है जबकि अभी मध्य प्रदेश की मंडी में यह भाव 4900 रुपये से लेकर 5355 रुपये तक चल रहा है. यहां एक बात ध्यान देने वाली है कि सोपा सोयाबीन के जिस उत्पादन का अनुमान जता रहा है, वह कृषि मंत्रालय के अनुमान से कम है. हालांकि इस बार बाकी वर्षों की तुलना में उत्पादन बेहतर रहने की उम्मीद जरूर जताई जा रही है.
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