मध्य प्रदेश में कोदो-कुटकी की खरीद को लेकर सीएम मोहन यादव ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. सीएम ने 14 अगस्त को मंडला में भगवान बलराम की जयंती पर आयोजित हलधर महोत्सव में किसानों से कहा कि मंडला में भारी मात्रा में कोदो-कुटकी का उत्पादन होता है और इस साल से राज्य में इसकी एमएसपी पर खरीद शुरू की जाएगी. सीएम ने कहा कि इस कृषि उत्पाद को देश के साथ-साथ विदेश में भी पहुंचाया जाएगा. उन्होंने धान उत्पादक किसानों को प्रति हेक्टेयर 4 हजार रुपये बोनस देने की बात भी कही.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हलधर महोत्सव से राज्य सरकार की ओर से चलने वाली किसान कल्याण योजना के तहत वर्ष 2025-26 की दूसरी किस्त जारी की. सीएम ने प्रदेश के 82 लाख से ज्यादा किसानों के खाते में 1671 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए. साथ ही जिले में 226.12 करोड़ रुपए की लागत के 24 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार युवाओं, किसानों, महिलाओं और गरीबों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है और इनके लिए कई योजनाएं चला रही है. सीएम ने कहा कि कृषि हमारे जीवन का आधार है. यह सिर्फ आजीविका का साधन नहीं, बल्कि किसानों का सम्मान है. सीमा पर देश की रक्षा करने वाले जवान और खेतों में अन्न उपजाने वाले किसान दोनों की भूमिका समान है. किसानों और गौमाता एक-दूसरे के पूरक हैं.
सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों को सीधा फायदा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चला रही है, इसके पहले किसी भी सरकार ने किसानों को इस तरह से सीधा लाभ नहीं पहुंचाया था. मध्यप्रदेश सरकार भी इसमें पीछे नहीं है और किसानों सालाना तीन समान किस्तों में 6 हजार रुपये दे रही है. यही वजह है कि मध्यप्रदेश देश में कृषि के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री यादव ने आगे कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और बलराम हमारी सनातन संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और भगवान बलराम किसानों के आदर्श देवता हैं. दोनों से पशुपालन का इतिहास जुड़ा हुआ है. पशुपालन के बगैर प्राकृतिक खेती संभव नहीं है. प्राकृतिक खेती का आधार गौमाता हैं, इसलिए हमारी सरकार पशुपालन को प्रोत्साहन दे रही है. इस क्रम में राज्य में डॉ. भीमराव अम्बेडकर कामधेनु योजना शुरू की गई है. इस योजना में 25 गाय पालने पर 42 लाख रुपये का लोन दिया जाता है.
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