मध्य प्रदेश में इन दिनों जायद (ग्रीष्मकालीन) सीजन में उगाई गई मूंग फसल की खरीद को लेकर राजनीतिक संग्राम छिड़ा हुआ है. राज्य सरकार ने फसल में अधिक मात्रा में केमिकल दवाओं के इस्तेमाल का हवाला देते हुए एमएसपी पर खरीद करने से इनकार कर दिया है. इसे लेकर मूंग किसान आक्रोष में हैं तो वहीं, विपक्षी कांग्रेस ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सीएम को पत्र लिखते हुए मूंग खरीद जल्द शुरू करने की मांग की है. उन्होंने चेतावनी दी है कि खरीद शुरू नहीं की गई तो कांग्रेस पार्टी राज्य में "किसान अधिकार यात्रा" निकालकर जनआंदोलन करेगी.
जीतू पटवारी ने अपने एक्स हैंडल पर मांगपत्र साझा करते हुए लिखा कि अगर राज्य में सरकारी मूंग खरीदी जल्दी शुरू नहीं हुई और किसानों की मांगों पर जल्द फैसला नहीं लिया गया तो कांग्रेस किसान अधिकार यात्रा निकालकर राज्य सरकार के खिलाफ खिलाफ जन आंदोलन करेगी और साथ ही कोर्ट में जनहित याचिका भी दाखिल करेगी. जीतू पटवारी ने राज्य सरकार के सामने 4 मांगें उठाई हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य सरकार ने इस साल केंद्र को मूंग खरीद के लिए प्रस्ताव भेजने से ही मना कर दिया है, क्याेंकि इसमें खतरनाक केमिकल दवाओं का इस्तेमाल किया गया है. वहीं, इससे पहले राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने भी मुद्दा उठाया.
उन्होंने पिछले हफ्ते एक फेसबुक पोस्ट में लिखा था, '’ मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार प्रदेश के मूंग के किसानों के साथ खुला धोखा कर रही है. पहले तो सरकार ने किसानों को मूंग दाल की उपज पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया. इससे किसानों ने बड़े पैमाने पर मूंग दाल उगायी. लेकिन अब देखने में आ रहा है कि सरकार मूंग दाल ख़रीदने को तैयार नहीं है. किसान भारी घाटे में खुले बाज़ार में फ़सल बेचने को मजबूर है. मैं मांग करता हूं कि प्रदेश के किसानों का हित देखते हुए सरकार तुरंत न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग की दाल ख़रीदने की घोषणा करे और तत्परता से मूंग दाल की ख़रीदी सुनिश्चित कराए.'’
वहीं कमलनाथ ने नरसिंहपुर जिले के किसानों के प्रदर्शन का एक वीडियो शेयर कर लिखा कि मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी में देरी के विरोध में किसानों ने अर्धनग्न हालत में प्रदर्शन किया. इतना ही नहीं वे घुटनों के बल चलते हुए एसडीएम को ज्ञापन देने पहुंचे. मध्यप्रदेश के छिन्दवाड़ा, नर्मदापुरम, सिवनी और बैतूल समेत लगभग सभी जिलों में सरकार मूंग की खरीदी से पीछे हट रही है. किसानों के सामने सरकार के इस रवैये से जीवनयापन तक का बड़ा संकट खड़ा हो गया है. किसानों की आय दुगुनी करने का झांसा देने वाली बीजेपी ने किसानों को घुटने पर ला दिया है.
इससे पहले बुवाई के समय राज्य के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना ने किसानों को हिदायत दी थी कि वे अपनी मूंगफसल में खतरनाक रसायनों का कम मात्रा में ही प्रयोग करें. बता दें कि किसान फसल को सुखाने के लिए ज्यादा मात्रा में रासायनिक दवा का इस्तेमाल करते हैं.
इससे उन्हें कटाई के दौरान मशीन के इस्तेमाल में सहूलियत होती है और कटाई का काम तेजी से होता है. कृषि एक्सपर्ट्स ने भी मूंग फसल में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स के ज्यादा इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई है. उनका कहना है कि इसका उपभोग करने वाले लोगों को कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है.
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