Jharkhand: दो साल बाद सूखे के संकट से उबरा झारखंड, 14 जिलों में तेज हुई धान की रोपाई

Jharkhand: दो साल बाद सूखे के संकट से उबरा झारखंड, 14 जिलों में तेज हुई धान की रोपाई

झारखंड में कृषि विभाग की तरफ से चालू खरीफ सीजन में 18 लाख हेक्टेयर में धान की खेती करने का लक्ष्य रखा गया था. इस लक्ष्य की तुलना में अब तक 14.57 लाख हेक्टेयर में धान की खेती हो चुकी है. यह निर्धारित लक्ष्य का लगभग 82 फीसदी है.

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Jharkhand: दो साल बाद सूखे के संकट से उबरा झारखंड, 14 जिलों में तेज हुई धान की रोपाईझारखंड में धान का कवरेज एरिया बढ़ा (सांकेतिक तस्वीर)

झारखंड के किसान इस बार काफी खुश हैं. इस बार मॉनसून की मेहरबानी से झारखंड में खूब बरस रही है. लगातार दो बार सूखे की मार झेलने के बाद इस बार यह खुशी झारखंड के किसानों के हिस्से में आई है. अच्छी बारिश का फायदा इस बार यहां की धान की खेती को मिला है. पिछले दो साल से जिन किसानों ने खेती नहीं की थी वे किसान भी इस बार अच्छी पैदावार की उम्मीद कर रहे हैं. कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में इस बार धान की रोपाई का कुल 75 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया गया है. 

अगस्त महीने तक राज्य में धान की खेती के लिए निर्धारित लक्ष्य का 75 फीसदी रोपाई पूरा हो जाने के कारण अब राज्य सरकार की तरफ से सूखे का दावा भी नहीं किया जा सकता है. इस तरह से दो साल के बाद इस साल झारखंड सूखे के संकट से उबर गया है. हालांकि राज्य में अभी भी सामान्य से 11 फीसदी कम बारिश हुई है. राज्य में अब तक सामान्य तौर पर 751.4 एमएम बारिश होती है. पर इस बार इस अवधि के दौरान 669. 5 एमएम बारिश हुई है. अभी भी राज्य के कई जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है. जबकि धनबाद में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है.

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10 जिलों में हुई है कम रोपाई

झारखंड में कृषि विभाग की तरफ से चालू खरीफ सीजन में 18 लाख हेक्टेयर में धान की खेती करने का लक्ष्य रखा गया था. इस लक्ष्य की तुलना में अब तक 14.57 लाख हेक्टेयर में धान की खेती हो चुकी है. यह निर्धारित लक्ष्य का लगभग 82 फीसदी है. जिलावार धान की रोपाई के आंकड़े को देखें तो अब तक 14 जिलों में 75 फीसदी या उससे अधिक क्षेत्र में धान की रोपाई हो चुकी है. जबकि 10 ऐसे जिले हैं जहां पर अभी भी धान की रोपाई निर्धारित मात्रा से 75 फीसदी कम क्षेत्र में हुआ है. राज्य सरकार इन जिलों की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. 

इन जिलों में हुई है अधिक रोपाई

धान की रोपाई को लेकर कृषि विभाग की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों को देखें तो रांची में 1.71 लाख हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य रखा था, इसकी तुलना में अब तक 1.45 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हो चुकी है. इस तरह से लक्ष्य का 85 फीसदी पूरा हो चुका है. इसी तरह से अन्य जिलों की बात करें तो गुमला (95 फीसदी), सिमडेगा (92 फीसदी), गढ़वा (85 फीसदी), लातेहार (93 फीसदी), पश्चिमी सिंहभूम (86 फीसदी), रामगढ़ (99 फीसदी), चतरा(81 फीसदी) और लोहरदगा में 82 फीसदी रोपाई का लक्ष्य पूरा हो चुका है. 

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क्या है सूखा मैनुअल

भारत सरकार द्वारा तय किए गए सूखा मैनुअल के अनुसार अगर अगस्त महीने तक राज्य में 75 फीसदी या उससे अधिक क्षेत्र में धान की रोपाई हो जाती है तो फिर राज्य सरकार सूखे का दावा नहीं कर सकती है. बता दें कि साल 2022 और 2023 में झारखंड में 18 लाख हेक्टेयर की तुलना में 6 लाख हेक्टेयर और आठ लाख हेक्टेयर में धान की खेती की गई थी. हालांकि पिछले साल सूखे की स्थिति के बाद भी राज्य सरकार ने केंद्र के पास सूखे का लाभ लेने के लिए दावा नहीं किया था. 

 

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