गन्‍ना भुगतान में देरी को लेकर किसान परेशान, सरकार और चीनी मिल अफसरों से लगाई गुहार

गन्‍ना भुगतान में देरी को लेकर किसान परेशान, सरकार और चीनी मिल अफसरों से लगाई गुहार

अध‍िकतर राज्‍यों में किसान गन्‍ना भुगतान के लिए इंतजार करते हैं. हरियाणा के अंबाला में भी चीनी मिल से गन्‍ना भुगतान में देरी से किसान चिंतित हैं. किसानों ने कहा कि उन्‍हें भी मजदूरी और अन्‍य बकाया चुकाना है, लेकिन मिल से पैसे न मिलने कारण वे ऐसा नहीं कर पा रहे हैं.

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गन्‍ना भुगतान में देरी को लेकर किसान परेशान, सरकार और चीनी मिल अफसरों से लगाई गुहारचालू सत्र के गन्‍ना भुगतान में देरी की आशंका. (सांकेत‍िक तस्‍वीर)

अंबाला में गन्‍ना किसान इस बार के भुगतान के बकाया होने से परेशान हैं. उन्‍होंने अपनी समस्‍याएं बताते हुए मिलों और सरकार से समय पर भुगतान की अपील की है. हालांकि, नारायणगढ़ शुगर मिल लिमिटेड ने गन्ना किसानों को थोड़ी राहत दी है. मिल ने  पिछले साल के गन्‍ना भुगतान का बकाया दे दिया है. वहीं, अब चालू सत्र को लेकर आशंका है कि इसके भुगतान में देरी होगी. बता दें कि इस सीजन में 15 नवंबर से चीनी मिलों में पेराई का काम शुरू हुआ.

इस समय तक पिछले सत्र के 22.74 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया था. चीनी मिलें किस्‍त के रूप में बकाया का भुगतान कर रही हैं. चीनी मिलों का कहना है‍ कि पिछला बकाया क्‍लीयर करने के बाद चालू सत्र का भुगतान शुरू किया जा चुका है.

किसानों ने बताई अपनी परेशानी

वहीं, किसानों ने कहा है कि चालू सत्र में भुगतान एक महीने से ज्‍यादा देर से शुरू हुआ है. अगर यह ऐसे चलता रहा तो पिछली बार की तरह सत्र खत्‍म होने से पहले करोड़ों रुपये का बकाया अटक जाएगा. 'दि ट्रिब्‍यून' की रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों ने कहा कि सरकार और मिल अधिकारियों को यह समझने की जरूरत है कि किसानों को भी अपना बकाया और खेत मजदूरों को पैसे देने की जरूरर पड़ती है. उन्हें इस परेशानी को दूर करने के लिए कोई स्थायी हल निकालना चाहिए. 

चालू सीजन में 1 करोड़ रुपये का भुगतान

किसानों ने कहा कि अब तक करीब 14 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हो चुकी है, जिसकी कीमत करीब 54 करोड़ रुपये है. लेकिन अगर भुगतान देखें तो सिर्फ 1 करोड़ रुपये ही किसानों को भुगतान किया गया है. गन्ना किसान और भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के नेता राजीव शर्मा ने कहा कि मिलों ने पिछले सीजन का बकाया चुका दिया है, लेकिन इस सीजन में भुगतान में देरी से किसान चिंति‍त है.

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किसान सस्‍ते में उपज बेचने को मजबूर: राजीव

राजीव शर्मा ने कहा कि इस सीजन में अब तक लगभग 1,400 क्विंटल गन्ना चीनी मिलों को दे चुके हैं, लेकिन उन्‍हें भुगतान नहीं मिला है. भुगतान में देरी की वजह से कई किसान खर्चे और जरूरतें पूरी नहीं कर पा रहे हैं और अपनी फसल सस्ते दाम पर क्रशर पर पहुंचा रहे हैं.

स्‍टॉक बिकने पर किसानों को मिलेगा भुगतान

वहीं, नारायणगढ़ शुगर मिल्स लिमिटेड के यूनिट हेड वीके सिंह के मुताबिक, किसानों को पिछला भुगतान देने के बाद चालू सीजन का बकाया भी दिया जा रहा है. किसानों को तारीखवार भुगतान किया जाएगा. अब तक करीब 54 करोड़ रुपये कीमत का करीब 14 लाख क्विंटल गन्ना पेराई किया जा चुका है और हमारे पास करीब 34 करोड़ रुपये की चीनी और गुड़ का स्टॉक रखा है. यह स्‍टॉक बिकने पर किसानों को नियमित रूप से गन्‍ना भुगतान की राश‍ि दी जाएगी.

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